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श्रीनगर में मारे गए तीनों युवक आतंकवादी घटनाओं में शामिल थे: महानिरीक्षक

श्रीनगर में मारे गए तीनों युवक आतंकवादी घटनाओं में शामिल थे: महानिरीक्षक

श्रीनगर, 18 जनवरी (वार्ता) कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने सोमवार को कहा कि श्रीनगर में 30 दिसंबर को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए तीनों युवकों का आतंकवादियों के साथ संबंध था और वे आतंकवादियों को सहायता पहुंचाया करते थे।

श्री कुमार ने कहा कि उन तीनों के शव अभी इस बात को लेकर उनके परिजनों को नहीं सौंपे जा रहे हैं कि लोग कोरोना मानकों का पालन नहीं करेंगे और उनके अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए हजारों की संख्या में आएंगे।

उन्होंने यहां सड़क सुरक्षा साप्ताहिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद अनौपचारिक बातचीत में पत्रकारों से कहा “ यह एक संवदेनशील मसला है और इसी वजह से हम उनके बारे में कोई जानकारी नहीं साझा कर रहे है। लेकिन जहां तक हमारी जांच से खुलासा हुआ है तो यही बात है कि उन तीनों युवकों के आतंकवादियों के साथ संबंध थे और वे आतंकवादियों की मदद किया करते थे।”

पुलिस महानिरीक्षक ने कहा, “ वे तीनों आतंकवादियों को मदद पहुंचाया करते थे और अभी हम इस मामले में दस दिनों का ओर समय देंगे तथा उसके बाद हम परिजनों के साथ जानकारी साझा करेंगे और इस बात को समझाएंगे कि वे युवक आतंकवादियों के मददगार थे।”

गौरतलब है कि सेना और पुलिस का दावा है कि 30 दिसंबर को सुरक्षा बलों के साथ 15 घंटे तक चली मुठभेड में सोपियां का एक और पुलवामा के दो आतंकवादी मुठभेड़ में मारे गए थे। उनके इस दावे को हालांकि मृतकों के परिजनों ने यह कहकर खारिज किया है कि वे फर्जी मुठभेड़ में मारे गए हैं। परिजनों ने अंतिम संस्कार के लिए तीनों के शव उन्हें सौंपे जाने की मांग की है।

उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के कारण मृत आतंकवादियों के शव उनके परिजनों को नहीं सौंपे जा रहे है। अगर किसी नागरिक की मौत हो जाती है तो कोरोना प्रोटोकाल का पूरा पालन किया जाता है लेकिन जब कोई आतंकवादी मारा जाता है तो लोग भावुक हो जाते हैं और हजारों की संख्या में उनके जनाजे में शामिल होते हैं। उस समय कानून-व्यवस्था के लिए काफी परेशानी हो जाती है और ऐसे में हमें आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़ने हैं , लेकिन इसके बाद भी हमें लोगों की आलोचनाओं का शिकार होना पड़ता है।”

इस समय मृत आतंकवादियों के शवों को उनके परिजनों की मौजूदगी में दफन किया जा रहा है।

श्री कुमार ने कहा कि इन दिनों युवाओं को आतंकवाद की राह पर ले जाने के लिए उन्हें सक्रिय कार्यकर्ता बनाया जा रहा है और उन्हें पिस्तौल तथा ग्रेनेड दिए जा रहे हैं। कल ही पुलिस ने अनंतनाग से एक युवक को पिस्तौल तथा ग्रेनेड के साथ पकड़ा और उसे किसी व्यक्ति की हत्या का जिम्मा दिया गया था। इस मामले को पुलिस काफी गंभीरता से ले रही है और इसका मुकाबला अन्य उपायों के जरिए किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि आगामी 26 जनवरी को आतंकवादी गणतंत्र दिवस संबंधी कार्यक्रमों को विफल करने की कोशिश करेंगे लेकिन हमारी तरफ से पूरी सुरक्षा बरती जाएगी और उनकी इस तरह की गतिविधियों को नाकाम करने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे।

जितेन्द्र.श्रवण

वार्ता

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