राज्य » राजस्थानPosted at: Jun 3 2020 5:28PM समकालीन कथा परिदृश्य पर ऑनलाइन गोष्ठी सम्पन्नउदयपुर 03 जून (वार्ता) राजस्थान साहित्य अकादमी द्वारा ऑनलाइन संवाद शृंखला के अन्तर्गत बुधवार को ‘कहानी विधा पर चर्चा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस चर्चा में सुप्रसिद्ध आलोचक उदयपुर के डॉ. कुन्दन माली, जोधपुर से कहानीकार डॉ. सत्यनारायण, एवं जयपुर से श्रीमती रजनी मोरवाल की भागीदारी रही। डॉ. माली ने कहा कि पुरानी पीढ़ी के कहानीकार रागेय राधव, यादवेन्द्र शर्मा, आलमशाह खान, पानु खोलिया एवं स्वंयप्रकाश से लेकर वर्तमान में रत्नकुमार सांभरिया, चरण सिंह पथिक, भगवान अटलानी, दिनेश पांचाल, पद्मजा शर्मा, दीप्ति कुलश्रेष्ठ जैसे सशक्त रचनाकारों कथा साहित्य को विशिष्ट पहचान दी है। डॉ. सत्यनाराण ने कहा कि हर युग में रचनाकार के सामने चुनौती रही है। इस चुनौती को रचनाकार किस रूप में ग्रहण करता है और उसको अपनी रचना के माध्यम से कैसे व्यक्त करता है यह महत्वपूर्ण बात है। रामसिंहवाता