खेलPosted at: Aug 17 2019 11:19PM डोपिंग पर हुई 7वीं अंतर विद्यालीय चित्रकला प्रतियोगिता
गाजियाबाद, 17 अगस्त (वार्ता) खेलों में डोपिंग के दुष्प्रभाव विषय पर फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया और एमएसडी वर्ल्ड स्कूल ने सातवीं वार्षिक अंतर विद्यालीय चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन एमएसडी वर्ल्ड स्कूल कौशाम्बी में किया गया दिल्ली एनसीआर के करीब 29 विद्यालयों से 245 बच्चों ने भाग लिया।
प्रतियोगिता में बच्चों ने अपनी कल्पना को रंगों के द्वारा शीट पर उकेरा और खेलों में प्रतिबंधित दवाओं के सेवन के खिलाफ चल रही मुहीम में पेफी और नाडा का साथ दिया।सीनियर केटेगरी में प्रथम स्थान समर्विली स्कूल नोयडा की इशिता महाजन, द्वितीय स्थान विद्या भारती स्कूल के दीक्षांत कुमार और तृतीय स्थान जामिया मिलिया इस्लामिया स्कूल की तबस्सुम परवीन को मिला।
जूनियर केटेगरी में प्रथम स्थान मदर ग्लोबल स्कूल की रिया शामी, द्वितीय स्थान सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल की अग्रिम करास्वामी और तृतीय स्थान हिल्वूड अकैडमी की शातोह्रिदा को मिला।
सब जूनियर केटेगरी में प्रथम स्थान फैथ अकैडमी की ऋषिता डावा, द्वितीय स्थान ग्रेट कोलंबस स्कूल की पायल शर्मा और तृतीय स्थान एमएसडी वर्ल्ड स्कूल की इशिता को मिला। परिवर्तन स्कूल वसंत कुंज के स्पेशल केटेगरी के बच्चों ने भी इस अवसर पर पेंटिंग बना कर ‘से नो टू ड्रग्स’ का मेसेज देते हुए अपनी पेंटिंग से सबका दिल जीत लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अर्जुन एवं पदमश्री अवार्डी लिंबाराम ने बच्चों को पुरस्कार प्रदान किये। उन्होंने नाडा और पेफी के कार्यों की सराहना की और आशा जताई कि इस तरह के आयोजन लगातार होते रहेंगे तो निश्चित ही एक दिन देश का नाम खेलों में भी रोशन होगा और खेल ड्रग्स मुक्त होंगे।
विशिष्ट अतिथि नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (भारत सरकार) के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ अंकुश गुप्ता ने नाडा के कार्यों को बताते हुए बच्चों को खेलों में डोपिंग ना करने की शपथ दिलाई। इस अवसर पर दिल्ली बास्केटबाल संघ के उपाध्यक्ष शक्ति सिंह और पेफी के राष्ट्रीय सचिव डॉ पीयूष जैन उपस्थित थे।