लखनऊ 02 जनवरी (वार्ता) आम आदमी पार्टी (आप) सांसद संजय सिंह ने शनिवार को दावा किया कि उनकी पार्टी की उत्तर प्रदेश में बढ़ती सक्रियता और लोकप्रियता से बौखलायी योगी सरकार को राज्य में बदहाली के शिकार सरकारी विद्यालयों के कायाकल्प की याद सताने लगी है।
श्री सिंह ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चार साल में सरकारी स्कूलों की याद सरकार को क्यों नहीं आई। चार साल बाद सरकारी स्कूलों के कायाकल्प की बात वास्तव में सरकार की नौटंकी है। योगी सरकार के कार्यकाल में स्वेटर, मिड डे मील और भवन के नाम पर भारी घोटाले हुए हैं। सारे राजफाश होने तक आम आदमी पार्टी का अभियान जारी रहेगा। हर मां-बाप बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा का सपना देखता है। ऐसा स्कूल जहां एसी कमरे में हों, स्विमिंग पूल हो। मगर, इस सरकार में स्कूलों की हालत बद से बदतर हुई है।
उन्होने कहा “ यूपी मॉडल का गुणगान करने वाले योगी सरकार के मंत्री शिक्षा के मुद्दे पर खुली बहस की चुनौती देकर भाग खड़े हुए। मनीष सिसोदिया सरकारी स्कूल देखने गए तो उन्हें रोक दिया गया। प्रदेश भर में हमारे विधायकों के साथ यही किया गया। सह प्रभारी बिजनौर में झोपड़ी चल रहे सरकारी स्कूल को देखने गए तो पुलिस लगाकर रोका गया। क्या यूपी के सरकारी स्कूल भूतिया महल हो गए हैं, जो उन्हें देखने और उनकी फोटो खींचने से रोका जा रहा है।”
श्री सिंह ने आम आदमी पार्टी कहती आई है यूपी में वह राजनीति करने नहीं, बल्कि बदलने आयी है। इस मौके पर उन्होने ‘हमारा दल’ के विलय की जानकारी दी। हमारा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वदेश कोरी ने आप में विलय की घोषणा की। संजय सिंह ने कहा कि कथनी करनी में भेद न करने वाली आम आदमी पार्टी ने दलितों को सही मायने में सम्मान देने का काम किया है।
प्रदीप
वार्ता