गुवाहाटी, 18 मई (वार्ता) असम में बाढ़ लगातार तबाही मचा रही है। राज्य में इसकी चपेट में आकर मरने वालों की संख्या आठ हो गयी है , जबकि चार लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधक प्राधिकरण(एएसडीएमए) के मुताबिक 403352 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। राज्य में स्थापित किए गए 178 बचाव शिविरों में 3749 बच्चों सहित कुल 39558 लोग रह रहे हैं। उदलगुरी जिले में मंगवार को एक व्यक्ति की मृत्यु हो गयी। इसी के साथ राज्य में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ हो गयी, जबकि नगांव जिले में एक व्यक्ति लापता हो गया।
इस दौरान, मुख्य सचिव के सभागार में दिमा हसाओ, होजई, कछार और अन्य बराक घाटी जिले के हालिया स्थिति पर जायजा के लिए समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। इस बैठक में असम के मुख्य सचिव जिष्णु बरुआ ने कई फैसले लिए।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(एनएचएआई) से गुवाहाटी से हापलांग के बीच सड़क मार्ग को तत्काल प्रभाव से बहाल करने का निवेदन किया गया था ताकि दिमा हसाओ जिले में जरूरी समान की आपूर्ति की जा सके।
भारतीय वायुसेना(आईएएफ) से दिमा हसाओ जिले में जरूरी आपूर्ती जैसे चावल, दाल और दवा को पहुंचाने का निवेदन किया गया है। वायुसेना की मदद से न्यू हपलांग रेलवे स्टेशन पर फंसे यात्रियों के साथ 35 रेल कर्मचारियों और उनके परिवारों को भी बचाया जायेगा।
बीएसएनएल को संचार नेटवर्क बहाल करने को कहा गया है। असम राज्य आपदा प्रबंधक प्राधिकरण(एएसडीएमए) ने भी जिले में नुकसान और क्षति का पता लगाने के लिए ड्रोन और उपग्रह डेटा का प्रयोग करेगा।
राज्य के 26 जिलों में पिछले 24 घंटे के दौरान 4,03,352 लोग प्रभावित हुए हैं। इन सभी प्रभावित इलाकों में 89 राहत शिविर और राहत वितरण केंद्र स्थापित किया गया है।
इन राहत शिविरों में कुल 39,558 लोग रह रहे हैं।
सं सोनिया
वार्ता