कोलकाता/एगरा, 16 मई (वार्ता) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को राज्य के पूर्वी मिदनापुर जिले के एगरा में पटाखा करखाना में हुए भीषण विस्फोट की जांच करने के लिए अपराध जांच विभाग (सीआईडी) को निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने घटना के तुरंत बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विस्फोट में पांच लोग मारे गए और सात घायल हुए हैं।
उन्होंने मृतकों के परिजनों को 2.5 लाख रुपये का मुआवजा देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह कारखाना अवैध है और दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा चाहे वे पड़ोसी राज्य ओडिशा ही क्यों न भाग जाएं।
उन्होंने कहा कि इस अवैध पटाखा कारखाना की जानकारी नहीं होने के कारण स्थानीय थाने के आईसी पर भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्थानीय पार्टी विधायकों मानस भुइंया और तरुण कुमार मैती को स्थिति का जायजा लेने का निर्देश दिया।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा जांच करने के खिलाफ नहीं है और कहा कि जिस क्षेत्र में यह घटना हुई है वह भाजपा नियंत्रित पंचायत के अंतर्गत आता है।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी आश्चर्य व्यक्त किया कि दिवाली के दौरान गिरफ्तार किए गए कारखाने के मालिक को जमानत कैसे प्राप्त हुई। इस दुर्घटना में घायल लोगों को एगरा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। यह विस्फोट इतना जबरदस्त था कि कारखाना पूरी तरह से तबाह और बर्बाद हो गया।
इस बीच, विपक्षी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट किया, 'एगरा के सहारा गांव में स्थानीय "क्षेत्रीय टोला-मूल पार्टी" के नेता कृष्णपद बाग (उर्फ भानु) के घर पर भीषण विस्फोट। मुझे जमीनी स्तर से खबर प्राप्त हो रही है कि हताहतों की संख्या बहुत ज्यादा है। तत्काल केंद्रीय बलों को तैनात किया जाना चाहिए क्योंकि ममता बनर्जी की पुलिस शवों को गलत रूप से स्थानांतरित कर रही है।”
श्री अधिकारी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राज्य के राज्यपाल सी वी आनंद बोस और एनआईए को लिखा कि सबूतों से छेड़छाड़ होने से पहले इसकी जांच को जल्द से जल्द शुरू करना चाहिए।
अभय अशोक
वार्ता