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मोदी के नेतृत्व में बंगाल का उज्जवल भविष्य : शाह

मोदी के नेतृत्व में बंगाल का उज्जवल भविष्य : शाह

बांकुरा, 05 नवंबर (वार्ता) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल के गौरवशाली अतीत की वापसी का गुरुवार को आश्वासन देते हुए दावा किया कि भाजपा 2021 के विधानसभा चुनावों में दो-तिहाई बहुमत से विजयी होगी।

श्री शाह ने यहां भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देने के बाद अपने दो दिन के पश्चिम बंगाल दौरे की शुरुआत करते हुए इस आशय का दावा किया। उन्होंने राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा,“मैं देख सकता हूं कि बंगाल में किसान, आदिवासी लोगों और यहां तक कि आम जनता के लिए कई केंद्रीय योजनाओं को लागू नहीं करने कारण लोग वर्तमान सरकार से नाखुश हैं और अब वे बहुत ज्यादा उत्तेजित हैं तथा वे ‘परिवर्तन’ की मांग कर रहे हैं।”

भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि जिस प्रकार के दमन का चक्र, विशेषकर भाजपा के कार्यकर्ताओं पर ममता सरकार ने चलाया है, वह निश्चित रूप से कह सकते हैं कि ममता सरकार का आखिरी समय आ गया है।

उन्होंने ममता सरकार के ‘पक्षपातपूर्ण रवैये’ एवं कुशासन की चर्चा करते हुए तृणमूल सरकार को उखाड़ फेंकने का लोगों से आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार दो तिहाई बहुमत से बनने जा रही है।

श्री शाह ने लोगों का आह्वान किया कि राज्य में युवाओं को नौकरी, गरीबों को गरीबी से बाहर निकालने के लिए ममता सरकार को उखाड़कर फेंक दीजिए। उन्होंने कहा कि भाजपा को एक मौका पश्चिम बंगाल में दीजिए और हम आने वाले दिनों में यहां पर सोनार बांग्ला की रचना करने के लिए श्री मोदी के नेतृत्व में भरसक प्रयास करेंगे।

श्री शाह ने यहां रवींद्र भवन में 10 दक्षिणी बंगाल जिलों के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही। इससे पहले दिन में श्री शाह ने ट्वीट कर बताया कि कोलकाता में उन्होंने ‘शहीद’ पार्टी के बूथ उपाध्यक्ष मदन घोराई के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने कहा,“मैं उनके बहादुर परिवार को नमन करता हूं। भाजपा हमेशा पश्चिम बंगाल में अत्याचार और अन्याय के खिलाफ लड़ते हुए सर्वोच्च बलिदान देने वाले अपने कार्यकर्ताओं की ऋणी रहेगी।”

श्री शाह ने बाद में आदिवासी विभिषण हांसदा के घर पर दिन का भोजन किया। चातुरदिही गांव स्थित हांसदा के घर को पारंपरिक संथाल संस्कृति के हिसाब से सजाया गया था।

संजय जितेन्द्र

वार्ता

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