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भूपेश ने पिछले एक वर्ष में राजनीतिक विरोधियों को फंसाने में ताकत लगाई- जोगी

भूपेश ने पिछले एक वर्ष में राजनीतिक विरोधियों को फंसाने में ताकत लगाई- जोगी

रायपुर 11 दिसम्बर(वार्ता) जनता कांग्रेस के प्रमुख एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने आरोप लगाया हैं कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पिछले एक वर्ष में चुनावी वादे पूरे करने एवं राज्य को आगे ले जाने की बजाय अपने राजनीतिक विरोधियों को विभिन्न मामलों में फंसाने में ताकत लगाई है।

श्री जोगी ने राज्य की अगले सप्ताह एक वर्ष का कार्यकाल पूरा कर रही भूपेश सरकार के कामकाज पर यूनीवार्ता से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री बन जाने के बाद बड़ा दिल दिखाना चाहिए। उनके.उनके पुत्र के,पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह के खिलाफ एसआईटी गठित करने सहित तमाम कदम इस सरकार ने घेरने के लिए उठाए,कुछ अधिकारी भी निशाने पर लिए गए लेकिन सबमें अदालत से कार्रवाई पर रोक लग गई।

उन्होने छत्तीसगढ़ी एवं गैर छत्तीसगढ़ी में कथित रूप से भेदभाव को बढावा देने के भूपेश सरकार पर लग रहे आरोपो के बारे में पूछे जाने पर कहा कि स्थानीय लोगो को नौकरी,व्यवसाय,रोजगार में बढ़ावा देने के वह भी पक्षधर है लेकिन स्थानीयता के नाम पर बहुत बड़ी आबादी को वह अलग किए जाने के पक्षधर नही है।उन्होने अमरीका का हवाला देते हुए कहा कि पूरी दुनिया के लोग वहां जाकर बसे और सबने मिलकर अमरीका के विकास में योगदान किया।

उऩ्होने कहा कि उनकी मुख्यमंत्री रहते और आज भी छत्तीसगढ़ी की व्यापक परिभाषा रही है कि..कोई बाहर से आया हमारी धरती को स्वीकार किया,छत्तीसगढ़ के हित एवं उसके विकास में योगदान दे रहा है,चाहे वह अधिकारी हो,व्यापारी हो,डाक्टर,इंजीनियर पत्रकार या साहित्यकार हो,वह छत्तीसगढ़ी है..। उन्होने कहा कि जनता कांग्रेस बाहरी लोगो की कतई विरोधी नही है,यह वह साफ कर देना चाहते है।वह तो यह भी चाहते है कि राज्य में अंबानी,टाटा,अदानी,बिरला जैसे अग्रणी समूह आए यहां की खनिज सम्पदा का दोहन कर उससे सम्बधित इकाईयां राज्य में लगाकर लोगो को रोजगार दे।

सरकार के नरवा,गरूआ,घुरवा और बारी के प्रचार का जिक्र करते हुए उन्होने कहा कि केवल गौठान का काम एक वर्ष में शुरू हुआ,लेकिन जितने बने एक प्रतिशत भी ठीक से नही चल रहे है। वहां पशुओं के न तो चारे की व्यवस्था है,और न ही बीमार पड़ने पर इलाज की। कई गाये गौठानों में मर चुकी है। राजधानी समेत राज्यभर में सड़कों पर घूमते पशुओं को देखकर ही इसकी विफलता का अंदाजा लगाया जा सकता हैं।

उऩ्होने कहा कि मुख्यमंत्री ने पिछले एक वर्ष में राज्य को आगे ले जाने की बजाय अपने राजनीतिक विरोधियों को विभिन्न मामलों में फंसाने में ताकत लगाई है।मुख्यमंत्री बन जाने के बाद बड़ा दिल दिखाना चाहिए। उनके.उनके पुत्र के,पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह के खिलाफ एसआईटी गठित करने सहित तमाम कदम इस सरकार ने घेरने के लिए उठाए,कुछ अधिकारी भी निशाने पर लिए गए लेकिन सबमें अदालत से कार्रवाई पर रोक लग गई।

उन्होने मुख्यमंत्री के पांच लाख लोगो को रोजगार तथा राज्य के पलायन मुक्त होने के दावे पर भी सवाल उठाया।उन्होने पांच हजार लोगो के नाम बताने की चुनौती दी जिन्हे रोजगार मिला हो। उन्होने कहा कि पलायन राज्य के लिए शर्म की बात है। वह इस सरकार से पहले से ही होता आया है। उन्होने कई जिलों का नाम लेकर कहा कि वहां बुजुर्गों को छोड़कर गांव के गांव घरों में ताला बन्द कर दूसरे राज्यों में काम के लिए चले गए है।

राज्य में चल रहे नगरीय निकाय चुनावों के बारे में पूछे जाने पर श्री जोगी ने कहा कि भूपेश सरकार ने महापौर,नगरपालिका एवं नगर पंचायतों के अध्यक्ष के प्रत्यक्ष चुनाव को समाप्त करने का निर्णय भयाक्रांत होकर लिया।उन्हे भय था कि चुनावों में जनता कांग्रेस के भी होने से त्रिकोणीय मुकाबले में कांग्रेस को भाजपा से ज्यादा नुसकान हो सकता है,इसलिए प्रजातंत्र का अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव करवाकर गला घोट दिया।

जनता कांग्रेस की इन चुनावों में संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर श्री जोगी ने कहा कि पार्टी शहरों में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने के लिए मैदान में है। विधानसभा चुनाव में समझौते में शहरी सीटों को बसपा को दे दी गई थी जबकि लोकसभा चुनाव पार्टी ने नही लड़ा। अभी भी बहुत सारे लोग उन्हे कांग्रेस में होने और चुनाव चिन्ह पंजा ही जानते है। वह मैदान में उम्मीदवार उतार कर यह भ्रम भी तोड़ने की कोशिश कर रहे है।

साहू

वार्ता

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