भोपाल, 24 जुलाई (वार्ता) मध्यप्रदेश कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव की कांग्रेस सरकार को गिराने को लेकर की गयी टिप्पणी पर आज पलटवार करते हुए कहा कि मत विभाजन से स्पष्ट है कि वह अपने सरकार गिराने के मंसूबे पर सफल नहीं हो सकते हैं।
श्रीमती ओझा ने यहां जारी बयान में कहा कि लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई गैर भाजपाई प्रदेश सरकारों को गिराने की निंदनीय कोशिशें की जा रही हैं, किंतु मध्यप्रदेश में इन फासिस्टवादी ताकतों के मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे, यह बात आज विधानसभा में ‘दंड विधि संशोधन विधेयक’ पारित कराने के दौरान हुए मत-विभाजन से साफ हो गयी है, कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस का किला पूरी तरह से अभेद्य है।
श्रीमती ओझा ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने, नेता प्रतिपक्ष श्री भार्गव की इस बात को चुनौती के रूप में लेते हुए, आज ही विधानसभा में भाजपा को मत-विभाजन कराने की चुनौती दे डाली और संयोग से ‘दंड विधि संशोधन विधेयक’ को पारित कराने के दौरान हुए मत विभाजन में कांग्रेस के पक्ष में गिरे 122 मतों से साफ सिद्ध हो गया है कि प्रदेश में कांग्रेस का गढ़ पूरी तरह से मजबूत है और भाजपा का किला ही ढहने की कगार पर आ गया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा को अब यह साफ समझ लेना चाहिए कि कांग्रेस सरकार को गिराने के उसके मंसूबे, केवल ख्याली पुलाव मात्र हैं, और ये कभी हकीकत में नहीं बदल सकते। बेहतर होगा कि भाजपा स्वप्नलोक से निकलकर हकीकत के धरातल पर आए, और अपनी करारी हार के सदमे से उबर कर, प्रदेश के विकास में कांग्रेस के साथ सहभागी बनते हुए, सकारात्मक विपक्ष की भूमिका का निर्वाह करे।
बघेल
वार्ता