वाराणसी, 06 जनवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने वाराणसी के ट्रांस वरुणा क्षेत्र की सीवर व्यवस्था से जुड़े कार्यों को 31 जनवरी तथा शाही नाले की सफाई 15 मई तक हर हालत में पूरा करने का अधिकारियों को निर्देश सोमवार को यहां दिया ।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिले के प्रभारी मंत्री श्री टंडन ने सर्किट हाउस में वाराणसी शहर की पेयजल एवं सीवर व्यवस्था के संबंध में उच्चाधिकारियों के साथ बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने जल निगम, जलकल एवं गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के अभियंताओं से कहा कि निर्माणाधीन एवं लंबित परियोजनाओं को युद्ध स्तर पर गुणवत्ता के साथ यथाशीघ्र पूर्ण कराएं। इस मामले में किसी प्रकार से टोलमटोल बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने ट्रांस वरुणा क्षेत्र में जेएनएनयूआरएम के तहत 268.36 करोड़ की लागत से वाराणसी सम्पर्ति योजना प्रायरिटी-ll के तहत कराए गए 200 एमएलडी क्षमता के इंटेक वेल, 100 एमएलडी क्षमता का डब्ल्यूटीपी, 26 शिरोपरी जलाशय, 30 भूमिगत जलाशय तथा 228 किलोमीटर वितरण प्रणाली, 10 नये ट्यूबेल तथा चार रिबोर ट्यूबेल के कार्य किये गये हैं। इसके अतिरिक्त सारनाथ में डब्ल्यूटीपी, चौबेपुर में इंटेक वेल का निर्माण कराया गया है। वर्तमान में टेस्टिंग की जा रही है।
श्री टंडन ने बताया कि मार्च तक ट्रांस वरुणा क्षेत्र के समस्त ट्यूबवेलों को बंद करते हुए संपूर्ण पेयजल आपूर्ति डब्ल्यूटीपी के माध्यम से प्रारंभ कर दी जाएगी। उन्होंने समयसीमा के तहत इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किये जाने पर दिया।
उन्होंने अमृत योजना के अंतर्गत पेयजल हाउस कनेक्शन योजना अंतर्गत कोतवाली, दशाश्वमेध, भेलूपुर, आदमपुर एवं वरुणापार में 50028 नग हाउस कनेक्शन संयोजन के सापेक्ष 23693 हाउस कनेक्शन किए जाने की जानकारी पर अधिकारियों से कहा कि शेष हाउस कनेक्शन कार्य शीध्र पूरा कराया जाये।
श्री टंडन ने कहा कि वाराणसी नगर की इन सभी योजनाएं क्रियान्वित हो जाने के बाद यह शहर पूर्णरूपेण पेयजल व्यवस्था से आच्छादित हो जाएगा तथा वर्ष 2040 की आवश्यकता अनुसार शोधन क्षमता विकसित हो जाएगी तथा समस्त ट्यूबेल निष्क्रिय हो जाएंगे।
पेयजल योजना की समीक्षा के दौरान जोर हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक घर तक पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। सिगरा- महमूरगंज, लहुराबीर सहित शहर के अन्य स्थानों पर जलनिगम द्वारा सीवरेज एवं पेयजल पाइपलाइन डाले जाने जा रहे कार्यों को विशेष रुचि लेकर पूरा कराए जाने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि सड़कों की खुदाई किए जाने तथा निर्धारित समय अवधि में कार्य पूरा नहीं कराए जाने के कारण सड़कों के मरम्मत कार्य भी अधूरे पड़े हुए हैं। इस वजह से जनसामान्य को यातायात के दौरान मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने विभागीय अभियंता को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि सड़कों पर किए किए जाने वाले कार्य को तत्काल पूरा कराएं ताकि सड़कों का मरम्मत एवं निर्माण कार्य पूरा कराया जा सके।
बैठक में नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह, आयुक्त दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, नगर आयुक्त गौरांग राठी के अलावा जल निगम, जलकल, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के तमाम प्रमुख अधिकारी एवं अभियंता प्रमुख मौजूद थे।
बीरेन्द्र त्यागी
वार्ता