लखनऊ,03 दिसम्बर(वार्ता) उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ पी सिंह ने आयोध्या में विवादित ढ़ाचा गिराये जाने की बरसी 06 दिसम्बर को प्रस्तावित कार्यक्रमों के मद्देनजर राज्य की कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में अधिकारियों को वीडियो कान्फ्रसिंग के माध्यम से दिशा-निर्देश दिये ।
पुलिस प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुख्यालय 112 में समस्त जोनल अपर पुलिस महानिदेशक, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक/पुलिस उपमहानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तथा जिला पुलिस अधीक्षकों को आज वीडियो कान्फ्रसिंग के माध्यम से पुलिस महानिदेशक ने छह दिसम्बर को प्रस्तावित कार्यक्रमों के मद्देनजर कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने विशेष तौर पर भारत-नेपाल सीमा पर पड़ने वाले सीमावर्ती जिलों द्वारा सीमा पर विशेष सतर्कता बरतने के अधिकारियों को निर्देश दिये।
उन्होंने बताया कि डीजीपी ने कहा कि छह दिसम्बर के पहले सभी थानों पर पीस कमेटी की बैठक कर ली जाये तथा इसमें समाज के सम्भ्रान्त, बुजुर्गों, युवाओं एवं धर्मगुरूओं को शान्ति एवं सद्भाव बनाये रखने की जिम्मेदारी के लिए प्रेरित किया जाये। नागरिक सुरक्षा संगठन एवं विशेष पुलिस अधिकारी/पुलिस मित्रों का भी यथोचित सहयोग लिया जाये।
प्रवक्ता ने कहा कि मिश्रित आबादी के क्षेत्रों विशेषकर जंक्शन प्वाइंटस पर पर्याप्त सर्तकता बरती जाये। कम्यूनिटी पुलिसिंग को और अधिक सुदृढ़ किया जाये तथा महत्तम जनसहभागिता सुनिश्चित की जाये । इसके निमित्त शान्ति समितियों, सिविल डिफेन्स संगठनों,डिजिटल वालण्टियर, एस-10 एवं सी-प्लान के सदस्यों को आमंत्रित कर शान्ति एवं सद्भाव बैठकें आयोजित कर ली जायें।
उन्होंने कहा कि हर छोटी से छोटी सूचना पर समुचित एवं तत्काल रिस्पांस किया जाये। थाने की स्थानीय पुलिस पेट्रोलिंग वाहनों एवं यूपी-112 के पीआरवी वाहनों को राजपत्रित अधिकारियों द्वारा चेक करते हुए उनका रिस्पांस टाईम उच्चीकृत किया जाये। महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा का मूल्यांकन राजपत्रित अधिकारी के माध्यम से पुनः कराते हुये समुचित सुरक्षा सुनिश्चित की जाये।
डीजीपी ने अशान्ति फैलाने वाले व्यक्तियों द्वारा किसी भी प्रकार के विवादस्पद/आत्तिजनक पोस्टरों, नारों के चिपकाने अथवा लिखने इत्यादि पर पहले से सतर्क दृष्टि रखी जाये। महत्ववपूर्ण प्रतिष्ठानों जहां पर धार्मिक पूजा स्थल बने हुए हैं, उनके पुजारी, मुतवल्ली, मौलाना आदि से नियमित रूप से संवाद बनाये रखा जाये तथा उन स्थलों की सुरक्षा के संर्वागीण उपाय सुनिश्चित किये जायें। बाहरी क्षेत्राें में बने धार्मिक स्थलों पर विशेष रूप से सतर्क दृष्टि रखी जाये।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक एवं जिलाधिकारी सभी विभागों के साथ एक बैठक कर लें, जिसमें स्वास्थ्य, बिजली, राजस्व, परिवहन, आबकारी, स्थानीय निकायों के अधिकारी अवश्य सम्मिलित हों। इस सम्बन्ध में उनकों संवेदित करते हुये उनका उत्तरदायित्व निर्धारित कर दिया जाये।
सोशल मीडिया के द्वारा अफवाहों के प्रसार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए कार्ययोजना बना ली जाये। यदि किसी भी तरह की अफवाह फैलती है तो उसकी सही स्थिति ज्ञात कर तत्काल अधिकारिक खण्डन किया जाये तथा इसके लिए मीडिया से सहयोग भी प्राप्त करें। उर्दू समाचार पत्र एवं सोशल मीडिया की यथावश्यक मानिटरिंग पर ध्यान दिया जाय।
डीजीपी ने कहा कि 06 दिसम्बर को ही डा0 भीमराव अम्बेडकर का परिनिर्वाण दिवस होने के कारण इस दिन प्रभात फेरी/रैली/गोष्ठी तथा माल्यार्पण आदि के कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। इस सम्बन्ध में आयोजक से बातचीत कर आयोजनों पर उचित पुलिस प्रबन्ध किये जाये।
त्यागी
वार्ता