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शांति और अहिंसा के लिए सभी को काम और सम्मान से जीने का अधिकार जरूरी- भूपेश

शांति और अहिंसा के लिए सभी को काम और सम्मान से जीने का अधिकार जरूरी- भूपेश

रायपुर 30 सितम्बर(वार्ता)छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की शांति और अहिंसा की अवधारणा के लिए हर हाथ को काम और सभी को सम्मानपूर्वक जीने का अधिकार मिलना जरूरी हैं।

श्री बघेल ने आज यहां ऐतिहासिक टाउन हॉल में ‘आज के संदर्भ में गांधी जी की शांति की अवधारणा और संभावना‘ विषय पर आयोजित विचार संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए यह विचार व्यक्त किए। यह कार्यक्रम गांधी विचार फाउंडेशन, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन एवं न्यू नेरेटिव फोरम के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ गांधीवादी और एकता परिषद के संस्थापक राजगोपाल पी.वी. ने की।

उन्होने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा को आजादी की लड़ाई में अस्त्र बनाया। उन्होंने देश को आजादी दिलायी और समाज के वंचित, शोषित, दलितों और महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी। बापू ने आम जनता में स्वाभिमान जगाने का काम किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बापू के आदर्शों पर चलकर सभी वर्गों के उत्थान के लिए कार्य कर रही है।

राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए शुरू की गई सुराजी गांव योजना का उऩ्होने जिक्र करते हुए कहा कि इस योजना के तहत गांवों में बनाए गए गौठानों में महिला स्व-सहायता समूह विभिन्न आर्थिक गतिविधियों से जुड़ कर स्वावलंबन की ओर बढ़ रही हैं। महिलाएं गोबर से वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर रही हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 02 अक्टूबर के अवसर पर छत्तीसगढ़ के गौठानों में गोबर से बिजली बनाने का काम शुरू होगा।

श्री बघेल ने कहा कि प्रदेश के लगभग 10 हजार गांवों में गौठानों का निर्माण किया जा रहा है। इनमें से 6 हजार गौठानों का निर्माण पूरा हो गया है। हर गौठान में लगभग 5 से 10 एकड़ भूमि आरक्षित की गई है। जहां पशुओं के लिए चारागाह, पानी, छाया की व्यवस्था की गई है। गोधन न्याय योजना के तहत खरीदे जाने वाले गोबर से गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया जा रहा है। ये समूह गमले और दीये भी बनाने का काम कर रहे हैं। गौठानों में अब तक लगभग 50 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है, जिससे 12 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट तैयार किया गया है।

उन्होने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों, वनवासियों, महिलाओं, मजदूरों,गरीबों सहित सभी वर्गों की उन्नति के लिए कार्य किए जा रहे हैं।किसानों को उनक उपज का अच्छा दाम दिलाने की राज्य सरकार ने पहल की। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए सुराजी ग्राम योजना प्रारंभ की। कुपोषण और मलेरिया के खिलाफ भी राज्य सरकार के प्रयासों का अच्छा परिणाम मिला है।

साहू

वार्ता

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