प्रयागराज,24 सिंबर (वार्ता) तीर्थराज प्रयाग में करीब एक सप्ताह से उफान मार रही पतित पावनी गंगा और श्यामल यमुना अब खतरे के निशान से नीचे बहने लगी जिससे लोगों ने राहत की सांस ली।
सिंचाई विभाग बाढ़ खण्ड के अभियंता बृजेश कुमार गुप्ता ने आज यहं बताया कि गंगा और यमुना का खतरे का निशान 84.73 मीटर दर्ज है। विभाग द्वारा जारी आठ बजे के आंकड़ों के अनुसार गंगा का जलस्तर क्रमश: फाफामऊ में 84.37 ,छतनाग में 83.54 और नैनी में यमुना का जलस्तर 84.10 मीटर दर्ज किया गया है। गंगा फाफामऊ में खतरे के निशान से क्रमश: 36सेंटीमीटर, एक मीटर 19 सेंटीमीटर और नैनी में यमुना 63 सेंटीमीटर नीचे बह रही हैं।
उन्होने कहा कि फाफामऊ और छतनाग में गंगा क्रमश: तीन-तीन सेंटीमीटर और यमुना चार सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घट रही है । अगले दो-तीन दिन में जलभराव क्षेत्र से पानी हट जायेगा। अब दूसरे राज्यों से बांधो का पानी छोड़ा जाना बन्द हो गया है। पहले जो पानी छोड़ा गया था जिसके कारण दोनो नदियों में उफान आ गया था ।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार शहर में बने 17 राहत शिविरों में तीन हजार से अधिक लोग रह रहे हैं। इन शिविरों में प्रशासन की ओर से खाने , पीने के पानी की व्यवस्था की गई है ।
दिनेश विनोद
वार्ता