Saturday, Apr 27 2024 | Time 07:55 Hrs(IST)
image
राज्य » अन्य राज्य


आईआईटी नवाचार और रचनात्मक विचारों का गढ़: कोविंद

आईआईटी नवाचार और रचनात्मक विचारों का गढ़: कोविंद

रुड़की ,04 अक्टूबर (वार्ता) राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा है कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जैसे संस्थान केवल शिक्षा का केंद्र नहीं है बल्कि नवाचार और रचनात्मक विचारों के गढ़ भी हैं।

श्री कोविंद ने शुक्रवार को यहां आईआईटी के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि शोध, नवाचार और रचनात्मक विचारों के जरिये राष्ट्रीय लक्ष्यों को हासिल करने और मानवता के समक्ष आ रही चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि दीर्घकालिक समय में हमारी सफलता उद्यमिता और विचारों की संस्कृति विकसित करने पर निर्भर है। हमें नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देना चाहिए।

राष्ट्रपति ने कहा कि वैज्ञानिक एवं प्रौद्याेगिकी संस्थानों में छात्राओं की संख्या काफी कम है। उन्होंने कहा, “हमें वैज्ञानिक एवं प्रौद्याेगिकी संस्थानों में अधिक से अधिक संख्या में छात्राओं के नामांकन के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। जब ऐसा होगा, हमारी वैज्ञानिक उपलब्धियां बहुत ज्यादा और वांछित होंगी।”

श्री कोविंद ने कहा कि उन्होंने जून 2018 में राज्यपालों के सम्मलेन में सुझाव दिया था कि विश्वविद्यालयों को ‘विश्वविद्यालय सामाजिक उत्तरदायित्व’ अपनाने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें यह देखकर खुशी हुई कि आईआईटी रुड़की के छात्र सामुदायिक कार्यों में सक्रिया भागीदारी निभा रहे हैं। यहां के छात्रों ने उत्तराखंड में पांच गांवों को चिह्नित किया है और वहां के ग्रामीणों के साथ मिलकर जल प्रबंधन, स्वच्छता, कौशल विकास आदि से संबंधित समस्याओं का समाधान कर रहे हैं।

यामिनी जितेन्द्र

वार्ता

image