Friday, Apr 26 2024 | Time 06:26 Hrs(IST)
image
दुनिया


इमरान की पार्टी को मिली 110 सीटें, मतगणना जारी

इमरान की पार्टी को मिली 110 सीटें, मतगणना जारी

इस्लामाबाद 27 जुलाई (वार्ता) क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीर-ए-इंसाफ (पीटीआई) को अब तक घोषित 251 सीटों के परिणाम में 110 सीटें मिली हैं और पीटीआई सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है। बाइस साल से राजनीति के क्षेत्र में सक्रिय रहने के बावजूद सियासत में विशेष प्रभाव नहीं छोड़ पाने वाले श्री खान का इस बार पाकिस्तान का वजीरे आजम बनना लगभग तय है।

पाकिस्तान चुनाव आयोग ने कहा है कि अब तक हुयी मतगणना में श्री खान की पार्टी को 110 सीटें मिली हैं और 21 सीटों के नतीजे अभी आने हैं।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार पीटीआई को सरकार बनाने के लिए संभवत: 137 का जादुई आंकड़ा नहीं मिल सके। एेसे में श्री खान अन्य छोटे दलों से गठबंधन कर सकते हैं।

अब तक आये नतीजों में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) 63 सीटों से साथ दूसरे और श्री बिलावल भुट्टो के नेतृत्व वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) 42 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर हैं।

पीपीपी और पीएमएल-एन ने बड़े पैमाने पर धांधली का अारोप लगाते हुए चुनाव नतीजों को खारिज कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मतदान केन्द्रों पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उनकी पार्टी के पर्यवेक्षकों और अन्य अधिकारियों को बाहर निकाल दिया। इन दलों का यह भी आरोप है कि श्री खान की जीत सुनिश्चित करने के लिए सेना कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है, ऐसे में यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया के नाम पर मजाक है और देश की जनता के साथ धोखा है। श्री खान ने इन आरोपों का खंड़न करते हुए कहा है कि निष्पक्ष एवं स्वतंत्र तरीके से हुए चुनाव के संबंध में इस तरह का अारोप लगाना गलत है। श्री भुट्टो और श्री नवाज के छोटे भाई शाहबाज शरीफ चुनाव हार गये हैं। इस बीच चुनाव आयोग ने भी कहा है कि चुनाव निष्पक्ष एवं स्वतंत्र हुआ है और 50 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है।

यह पहली बार हुआ है जब आतंकवादी सरगना हाफिज सईद के 265 उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में उतरे। मुंबई हमले का मास्टर माइंड हाफिज ने पार्टी अल्लाह -हो -अकबर से अपने बेटे और दामाद को चुनाव मैदान में उतारा लेकिन जनता ने आतंकवादी पार्टी को राजनीति में सिरे से नकार दिया और यह पार्टी खाता भी नहीं खोल पायी।

उल्लेखनीय है कि भ्रष्टाचार के आरोप में श्री नवाज शरीफ रावलपिंडी की जेल में बंद हैं और उन्हें 10 साल की सजा मिली हुयी है। उनकी बेटी मरियम नवाज भी इसी जेल बंद है और उसे सात के कारावास की सजा मिली है। श्री शरीफ के दामाद कैप्टन (अवकाश प्राप्त) मोहम्मद सफदर दूसरी जेल में एक साल की कैद की सजा काट रहे हैं।

श्री नवाज बीमार पत्नी को लंदन में छोड़कर इस माह स्वदेश लौटे थे। उन्होंने कहा था कि वह अपने देश के नागरिकों और पार्टी के लोगों के लिए लौटे हैं। वह उन्हें किसी हालत में छोड़ नहीं सकते और वह किसी तरह की सजा से ड़रते नहीं हैं। वह सजा को चुनौती देंगे।

विश्लेषकों काे कयास था कि श्री शरीफ को संवेदना लहर का फायदा मिल सकता है।

आशा.श्रवण

वार्ता

image