नयी दिल्ली, 16 सितंबर (वार्ता) केंद्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया ने कहा कि भाषा की बाधा आपको कामयाब होने से रोक नहीं सकती।
उन्होंने कहा, “आप जैसे हैं वैसे ही बहुत बेहतरीन विकल्प तलाश सकते हैं जो आपकी शैली है भाषा है, अगर आप लोगों को अपने नजरिए का विश्वास दिला सकते हैं तो आप शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं। भाषा का नियंत्रण और बाधा कभी कोई रुकावट नहीं रही है। ”
श्री सिंधिया ने शुक्रवार को फोस्टिमा बिजनेस स्कूल के मानव संसाधन पेशेवरों के लिए मार्गदर्शक पुरस्कार 2.0 की अध्यक्षता की। यह पुरस्कार अहमदाबाद के भारतीय प्रबंध संस्थान के संस्थापक संकाय के सम्मान में प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में इस्पात मंत्री ने मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) के छात्रों के साथ चर्चा की। छात्रों के सवालों पर उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी कार्य में भाषा की बाधा कोई बड़ी समस्या नहीं है।
उन्होंने कहा,“ छात्र जीवन में आपको दबाव का सामना करते हुए आगे बढ़ना है क्योंकि कहीं ना कहीं ये आपको बहुत कुछ सिखाता है। संस्थान आपको अनुसाशन और तरीके सिखाता है जिन्हें आप अपने जीवन में उतारकर आसानी से सफलता प्राप्त कर सकते हैं। ”
मार्गदर्शक पुरस्कार का उद्देश्य आईआईएम-अहमदाबाद के संस्थापक संकाय को सम्मानित करना था जो सभी दूरदर्शी और उच्च कोटि के शिक्षक थे। वे नवाचार निर्माता थे। आईआईएम-अहमदाबाद के इन संस्थापक संकाय की स्मृति में पुरस्कारों को 10 खंडों में वर्गीकृत किया गया है।
इन पुरस्कारों को कंपनियों के मानव संसाधन से संबंधित अधिकारियों को प्रदान किये गये, जिन्होंने इस क्षेत्र में सराहनीय प्रदर्शन किया है। यंग टर्क ऑफ द ईयर का पुरस्कार पेप्सिको की प्रज्ञा सिंह, टैलेंट एक्विजिशन एंड रिटेंशन का पुरस्कार स्वीगी के गिरिश मेनन और जीएसके कंज्यूमर हेल्थकेयर के पी द्वारकानाथ को हॉल ऑफ फेम का पुरस्कार प्राप्त हुआ। इनके अलावा मेकमाइट्रिप, एमेजॉन, सोनी पिक्चर्स जैसी बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधियों का पुरस्कार मिले।
श्री सिंधिया ने पुरस्कार वितरण समारोह के बाद कहा,“ भारत आज वहां पहुंच गया है, जहां दुनिया की कोई ताकत राष्ट्रों के समूह में हमारे स्थान से इनकार नहीं कर सकती है और यह हमने मिलकर किया है। पुरस्कार विजेताओं और उनके काम ने न केवल व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित किया है, बल्कि एक तरह से यह देश को भी बदल रहा है। इस नवोन्मेषी विचारों के माध्यम से मानव संसाधन विकसित करके हम अपने जीवन को और सशक्त बना सकते हैं। ”
उन्होंने कहा,“ मानव संसाधन किसी भी संगठन की आत्मा होती है और यह संगठन को संतुलित रहने और बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करता है। यह देखना प्रेरणादायक है कि आज की पुरस्कार विजेताओं की सूची में, हमारे पास और अधिक महिला पेशेवर हैं और आशा है कि आने वाले भविष्य में हम इस प्रवृत्ति को ऊपर जाते हुए देखेंगे और अधिक से अधिक महिलाएं इससे आगे आयंगी। ”
पॉलिसी बाजार के सह-संस्थापक यशिश दहिया ने कहा,“ मेरे अनुसार पुरस्कार पाने वालों की गुणवत्ता बेहद सराहनीय
थी। मुझे लगता है कि किसी भी कंपनी को कार्यबल अद्भुत बनाता है और कंपनी मानव संसाधन प्रमुख ही लोगों को एक साथ रखने में मदद करता है। ”
फोस्टिमा के अध्यक्ष अनिल सोमानी ने कहा, “ मार्गदर्शक 2.0 के इस सम्मान समारोह में आप सभी का स्वागत करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। हमारा संस्थान अपने छात्रों, पूर्व छात्रों द्वारा अधिक जाना जाता है। इन छात्रों के करियर को आकार देने में खामोशी से अपना किरदार निभाता है। ”
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021 में फोस्टिमा बिजनेस स्कूल ने मानव संसाधन पेशेवरों के लिए मार्गदर्शक अवॉर्ड्स की स्थापना की थी।
अभिषेक.श्रवण
वार्ता