गंगटोक 03 नवंबर (वार्ता) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लुप्त हो रही भाषाओं के संरक्षण के लिए सिक्किम विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इसके लिए यहां खास तौर पर ‘सेंटर फॉर एनडेंजर्ड लैंग्वेजेज’ की स्थापना की गयी है।
श्री कोविंद ने यहां विश्वविद्यालय के पांचवें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा, “मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि स्थानीय भाषाओं के विकास के लिए विश्वविद्यालय में लिंबू, लेप्चा और भूटिया भाषा एवं साहित्य का अध्ययन-अध्यापन किया जा रहा है और और लुप्त हो रही भाषाओं के संरक्षण के लिए ‘सेंटर फॉर एनडेंजर्ड लैंग्वेजेज’ की स्थापना भी की गई है।”
राष्ट्रपति ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय के 11 शोधार्थियों को स्वर्ण पदक भी प्रदान किये जिनमें छह महिलाएं हैं।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “उच्च शिक्षा एक ऐसा विषय है जिसमें मेरी विशेष रुचि है और मेरे कार्यकाल में उच्च शिक्षा का क्षेत्र मेरे लिए प्राथमिकता वाला क्षेत्र रहा है। अत:, सिक्किम विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों से मिलना मुझे सुखद अनुभूति देने वाला है।”
राष्ट्रपति ने आज के समारोह में, पदक और उपाधियां प्राप्त करने वाले सभी 1,556 विद्यार्थियों और शोधार्थियों को बधाई दी और कहा, “आज से आप अपनी जीवन-यात्रा का एक महत्वपूर्ण अध्याय पूरा करके, जिम्मेदारियों और चुनौतियों के संसार में प्रवेश करने जा रहे हैं, इसलिए यह दीक्षांत समारोह आपके जीवन का एक महत्वपूर्ण प्रस्थान बिंदु है।”
उन्होंने पर्यटन, स्वच्छता, स्वास्थ्य, शिक्षा, जैविक कृषि और एकजुट समाज के क्षेत्र में शानदार उपलब्धियां हासिल करने के लिए सिक्किम की सराहना की।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. डी बी शेतकर ने दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की।
सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद, मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, उनके मंत्रिमंडलीय सहयोग और कुलपति प्रो. अविनाश खरे भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
समारोह के तुरंत बाद श्री कोविंद मेघालय के लिए रवाना हो गये।
यामिनी, प्रियंका
वार्ता