राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 1 2019 2:31PM ले जनरल इकरूप सिंह घुमन मध्य कमान के नये सेनाध्यक्ष
लखनऊ, 01 अक्टूबर (वार्ता) ले जनरल इकरूप सिंह घुमन ने मंगलवार को मध्य कमान के सेनाध्यक्ष का कार्यभार संभाल लिया है।
लखनऊ छावनी स्थित मध्य कमान मुख्यालय में ले जनरल घुमन ने कार्यभार ग्रहण किया। उन्होने ले जनरल अभय कृष्णा की जगह ली है जो 30 सितंबर को सेवानिवृत हो चुके हैं। इससे पहले ले जनरल घुमन रक्षा मंत्रालय के एकीकृत मुख्यालय में डिप्टी चीफ आफ आर्मी स्टाफ (इंफार्मेशन सिस्टम एवं ट्रेनिंग) के पद पर कार्यरत थे।
कार्यभार संभालने के बाद उन्होने मध्य कमान के युद्ध स्मारक ‘स्मृतिका’ पर माल्यार्पण कर जाबांज शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी जिसके बाद उन्हें ‘सम्मान गारद’ प्रस्तुत किया गया।
जून 1981 में ब्रिगेड आफ गार्ड में कमीशन प्राप्त ले जनरल इकरूप सिंह घुमन ने नेशनल डिफेंस अकादमी खड़गवासला तथा देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। अपने 38 वर्ष की शानदार सेवाओं के दौरान वे भारतीय सेना के सभी कमानों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। ले जनरल घुमन मरूस्थली क्षेत्र में एंटी टैंक गाईडेड मिसाईल्स बटालियन सहित उच्च दुर्गम क्षेत्र में एक पर्वतीय ब्रिगेड की कमान संभाल चुके हैं।
इन्होंने पश्चिमी क्षेत्र में एक रैपिड इंफैन्ट्री डिविजन तथा स्ट्राइक कोर की कमान के दौरान लक्ष्यों को सफलता पूर्वक हासिल किया है। संयुक्त राज्य अमेरिका में रणनीतिक अध्ययन के लिए नार्थ ईस्ट साउथ एशिया सेंटर से काउंटर टेररिज्म कोर्स में भाग ले चुके ले जनरल घुमन को अंगोला (अफ्रीका) स्थित यूनाईटेड नेशन्स अंगोला वेरीफिकेशन मिशन में सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में सेवा करने का अनुभव प्राप्त है।
ले जनरल घुमन ने सेना प्रशिक्षण कमान में कर्नल जनरल स्टाफ, सेना मुख्यालय के परिप्रेक्ष्य योजना निदेशालय के निदेशक, कोर मुख्यालय के ब्रिगेडियर जनरल स्टाफ और पूर्वी कमान में एक मेजर जनरल के रूप में आपरेशनल लाॅजिस्टिक्स प्रमुख सहित विभिन्न सैन्य कमान एवं नियुक्तियों को सफलतापूर्वक पूरा किया है।
पश्चिमी कमान के चीफ आफ स्टाफ के रूप में कार्यकाल के दौरान ले जनरल घुमन को उनके विषिश्ट सेवाओं के लिए ‘अति विषिश्ट सेवा पदक’ से अलंकृत किया गया। डिप्टी चीफ आफ आर्मी स्टाफ के रूप में उनकी असाधारण सेवाओं के लिए उन्हें जनवरी 2019 में ‘परम विशिष्ट सेवा पदक’ से सम्मानित किया जा चुका है।
प्रदीप
वार्ता