लखनऊ 13 जून(वार्ता) कभी खुद को दलित की बेटी कहने वाली बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती की हाल ही में उत्तर प्रदेश में दलितों के एक विशेष समुदाय द्वारा हो रहे उत्पीड़न पर उनकी चुप्पी को लेकर राजनीति गर्म थी और जोरदार आलोचना हो रही थी लेकिन अब बसपा प्रमुख डैमेज कंट्रोल में जुट गयी हैं।
जौनपुर में पिछले मंगलवार को मामली बात पर दलितों के दस से ज्यादा घर जला दिये गये तो बुधवार को आजमगढ़ के आयमां गांव में दलित लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की शिकायत पर एक समुदाय विशेष के लोगों ने घर में घुस कर महिलाओं और लड़कियों को मारा पीटा और उनके साथ आपत्तिजनक हरकतें की ।
बसपा प्रमुख ने शनिवार को इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ी और लगातार तीन ट्वीट किये । उन्होंनें कहा कि यूपी में चाहे आजमगढ़ हो या जौनपुर या अन्य जिलों में खासकर दलित बहन बेटियों के साथ उत्पीड़न का मामला हो या किसी अन्य जाति की बहन बेटी का इसकी जितनी निंदा की जाय कम है ।
उन्होंने कहा कि इसके दोषी किसी भी जाति, धर्म, समप्रदाय के हों, बड़े से बड़ा नेता हो, उनके खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई होनी चाहिये । बसपा का यह कहना और सलाह भी है।
सुश्री मायावती ने कहा कि आजमगढ़ में दलित बेटी के हुये उत्पीड़न के मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्रवाई की, यह अच्छी बात है। उन्होंने इसे देर आये दुयस्त आये कहा । बहन बेटियों के मामले में तुरंत और समय से कार्रवाई हो तो बेहतर होगा।
विनोद
जारी वार्ता