विजयापुर, 29 अप्रैल (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक चुनाव में विभाजित जनादेश की परंपरा को विफल करने के लिए शनिवार को ‘ए बारी निर्धारा, बहुमातादा बीजेपी सरकारा’ यानी ‘इस बार, भाजपा बहुमत की सरकार’ का नारा दिया।
श्री मोदी ने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “मैं जानता हूं कि कर्नाटक की जनता थकी और हारी हुई कांग्रेस को नहीं चुनने जा रही है, वे जोश से भरी भारतीय जनता पार्टी की टीम को ही चुनने जा रही है। इसलिए, कर्नाटक के हर कोने से एक ही आवाज आ रही है। युवा या महिलाएं। दलित हों या आदिवासी, एक ही नारा, एक ही गूंज - ए बारी निर्धारा, बहुमतादा बीजेपी सरकारा।”
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में विकास लाने के लिए कांग्रेस के पास न तो कोई रोड मैप है और न ही उत्साह। श्री सिद्धारमैया और श्री एचडी कुमारस्वामी की उस टिप्पणी पर कटाक्ष करते हुए कि यह उनका आखिरी चुनाव है, प्रधानमंत्री ने कहा, “उनमें ऊर्जा और उत्साह की इतनी कमी है कि वे सेवानिवृत्ति के नाम पर वोट मांग रहे हैं। क्या वे यह कह रहे हैं।”
श्री मोदी ने कहा कि डबल इंजन वाली भाजपा सरकार ने कर्नाटक के नौ लाख से अधिक परिवारों को पक्का घर उपलब्ध कराया है तथा इनमें से अधिकांश परिवार दलित और जनजातीय समुदायों से हैं। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास में भरोसा करती है।”
उन्होंने कहा कि यह भाजपा सरकार है जिसने दलितों, शोषितों, वंचितों, आदिवासियों, महिलाओं और विकलांगों को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार में आज समाज के वंचित वर्ग को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा मिली है। मुझे कर्नाटक के अपने लाखों बंजारा साथियों को नया जीवन देने का सौभाग्य भी मिला है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी दलितों की परवाह नहीं की तथा हमेशा उनका अपमान और उपेक्षा की है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, “गरीबी हटाओ कांग्रेस का केवल एक नारा था। इसकी योजनाओं एवं कार्यक्रमों का वास्तविक लाभ मध्यस्थों और पार्टी के भ्रष्ट नेताओं को मिला न कि गरीबों को।”
श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने इस लूट को खत्म करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया और गरीबों की पीड़ा की परवाह नहीं की। उन्होंने कहा, “आज के हालात से तुलना की जाए तो पता चलेगा कि ये लोग गरीबों का कितना पैसा लूटते थे।”
कांग्रेस नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर परोक्ष हमला करते हुए श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस के प्रधानमंत्री कहते थे कि एक रुपया भेजो तो 15 पैसे ही लोगों तक पहुंचते हैं, लेकिन भाजपा के शासन में लाभार्थी के खाते में पूरी रकम जमा हो जाती है।
यामिनी,आशा
जारी वार्ता