राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Mar 17 2020 12:31PM पूर्णिया केन्द्रीय कारा में कैदी बना रहे हैं मास्कपूर्णिया 17 मार्च (वार्ता) कोरोना वायरस से बचाव को लेकर पूर्णिया केन्द्रीय कारा में बंद कैदी मास्क बना रहे हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए विश्वभर में एहतियात बरती जा रही है। बिहार के पूर्णिया केन्द्रीय कारागार में भी कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिये कैदी इन दिनों मास्क बना रहे हैं। यह बिहार का पहला कारागार है, जहां कैदी कोरोना वायरस से बचने के लिये मास्क बना रहे हैं। पूर्णिया केन्द्रीय कारागार के जेल अधीक्षक जीतेन्द्र कुमार ने आज यहां बताया कि कारागार में 1421 कैदी बंद हैं। पुरुष कैदियों द्वारा मास्क बनाने का काम 11 मार्च से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 50 कैदी प्रतिदिन मास्क बना रहे हैं और इसके लिये उन्हें प्रशिक्षण दिया गया है। कैदियों को मास्क बनाने के लिये दस सिलाई मशीन मुहैया करायी गयी है। कैदी प्रतिदिन करीब 500 मास्क बना लेते हैं। उजले सूती कपड़े से मास्क बनााने का काम किया जा रहा है। मास्क बनाने में तकरीबन 20 से 25 मिनट का समय लगता है और इसकी लागत 15 से 20 रुपये तक आती है। जेल अधीक्षक ने बताया कि मास्क की आपूर्ति नवगछिया , बगहा और कटिहार जेल में की जा रही है। मांग के मुताबिक कैदी मास्क बना रहे हैं। जेल के सभी कैदियों और कर्मचारियों को मास्क दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि सरकार के निर्देश के अनुसार जेल में कैदियों से मुलाकात पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। प्रेम सूरजवार्ता