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एनटीपीसी कहलगांव की चार इकाई में बिजली उत्पादन ठप

भागलपुर, 07 नवंबर (वार्ता) देश की सबसे बड़ी ऊर्जा कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड के भागलपुर जिले में कोयला आधारित 2340 मेगावाट वाले कहलगांव विद्युत संयंत्र के ऐश डाइक तटबंध के अचानक क्षतिग्रस्त हो जाने बाद शनिवार को चार इकाइयों में बिजली का उत्पादन ठप हो गया है।
कहलगांव संयंत्र के कार्यकारी निदेशक चंदन चक्रवर्ती ने यहां बताया कि इस संयंत्र के नये ऐश डाइक एरिया के थ्रीडी लैगून में डिस्चार्ज राख युक्त पानी के अत्यधिक प्रवाहित होने के कारण अहले सुबह अचानक तटबंध के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। उन्होंने बताया कि इस दौरान किसी तरह की क्षति नहीं हुई है और न ही कोई हताहत हुआ है। हालांकि डाइक एरिया से सटे कुछ किसानों के खेतों में पानी के फैलने से फसलों को मामूली क्षति पहुंची है। इसके लिए प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।
श्री चक्रवर्ती ने बताया कि कहलगांव संयंत्र के 210 मेगावाट की दो और 500 मेगावाट की दो इकाइयां बंद कर दी गई है जबकि दो सौ दस मेगावाट की अन्य दो इकाइयों को कम लोड पर चलाने से कुल क्षमता 2340 मेगावाट के स्थान पर करीब चार सौ मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। उन्होंने बताया कि ऐश डाइक तटबंध के क्षतिग्रस्त होने की जांच के लिए एनटीपीसी मुख्यालय ने एक उच्चस्तरीय जांच टीम गठित की है, जो शीघ्र यहां आकर मामले की विभिन्न बिन्दुओं पर जांच-पड़ताल करेगी। इधर क्षतिग्रस्त तटबंध की मरम्मत का काम तेजी से कराया जा रहा है। इस संयंत्र के संबंधित अधिकारियों का दल वहां पर कैप किये हुए हैं।
इस बीच बिहार कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह ने कहा है कि एनटीपीसी के कुछ स्थानीय अधिकारी और निर्माण एजेंसी की मिलीभगत से नये ऐश डाइक (थ्रीडी) के तटबंध के निर्माण कार्य में काफी अनियमितता बरती गई है, जिससे बराबर तटबंध टूट रहे हैं। इस बार तटबंध के टूटने से काफी क्षति हुई है। सैकडों एकड़ खेतों में पानी प्रवेश करने से फसलों को नुकसान पहुंचा है इसलिए प्रभावित किसानों को पयाप्त मुआवजा मिलना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि कहलगांव बिजली संयंत्र के नये ऐश डाइक एरिया में अगस्त 2020 में पानी के काफी दबाव के कारण अचानक तटबंध क्षतिग्रस्त हो गया था। बाद में दिल्ली से आई एनटीपीसी की उच्चस्तरीय जांच टीम ने स्थलीय जांच पड़ताल कर वापस लौट गई थी। लेकिन, आज तक संबंधित अधिकारी और निर्माण एजेंसी पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो पाई है।
सं प्रेम सूरज
वार्ता
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