पुणे, 25 मार्च (वार्ता) उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा है कि महिला सशक्तीकरण विकास का सबसे प्रभावशाली माध्यम है
श्री नायडू ने महाराष्ट्र में अहमदनगर जिले के लोनी टाउन में साेमवार को प्रवरा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के 13वें दीक्षांत समारोह में पद्मभूषण से सम्मानित डॉ. बालासाहेब विखे पाटिल को प्रवरा विश्वविद्यालय की स्थापना तथा ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं में उनके योगदान को सरहाया। उन्होंने युवाओं को राष्ट्र निर्माण में एक अहम भूमिका निभाने के लिए सशक्त उच्च शिक्षा विशेष रूप से व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा प्रदान करने पर जोर दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री नायडू ने ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों द्वारा तीन वर्ष तक सेवाएं प्रदान को अनिवार्य करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि भारत के युवा देश का भविष्य तय करेंगे। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में नए सिरे से स्वास्थ सेवाओं का आह्वान किया तथा आगाह करते हुए कहा कि स्वास्थ सेवाओं की गुणवत्ता को पैसों के आधार पर निर्धारित नहीं किया जा सकता।
श्री नायडू ने कहा कि ग्रामीण इलाकों के मुकाबले शहर में चार गुना ज्यादा स्वास्थ्य चिकित्सक मौजूद है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि शहर और गांव के बीच के फासले का युद्ध स्तर पर निवारण होना चाहिए। ग्राम में विकास के बिना राम राज्य हासिल नहीं किया सकता और ग्राम विकास उनके दिल के बेहद करीब है।
श्री नायडू ने कहा, “एक स्वस्थ देश ही धनी देश बन सकता है। उन्होंने सभी युवा डॉक्टरों तथा नये स्वास्थ्य पेशेवरों से गरीब और आमिर सभी तरह की मरीजों का समान प्रतिबद्धता, निवेश, सम्मान और अखंडता के साथ उपचार करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा वसुधैव कुटुम्बकम भारतीय सभ्यता के रोम-रोम में है।”
इस दौरान उन्होंने बड़ी संख्या में महिलाओं द्वारा स्नातक करने तथा पुरस्कार एवं पदक जितने पर ख़ुशी भी व्यक्त की। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि विकास के लिए महिला सशक्तीकरण सबसे बेहतर साधन है।