Saturday, Apr 27 2024 | Time 05:43 Hrs(IST)
image
राज्य » गुजरात / महाराष्ट्र


शिवसेना ने आरोप लगाया कि कई मुसलमानों ने धर्म (इस्लाम) का सही अर्थ नहीं समझा है और उन्होंने इसे ‘बुर्का’, बहुविवाह, तीन तलाक और परिवार नियोजन पर रोक जैसी प्रथाओं में उलझा दिया है।
संपादकीय में कहा गया, “जब इन प्रथाओं के खिलाफ कोई आवाज उठती है तब यह शोर शुरू हो जाता है कि ‘इस्लाम खतरे में है’। ऐसा लगता है कि मुसलमानों के बीच राष्ट्रवाद से ऊपर धर्म है।
शिवसेना ने कहा कि अतीत में तुर्की जैसे मुसलमान देशों में भी महिलाओं के लिए बुर्का और पुरुषों के लिए दाढ़ी पर प्रतिबंध लग चुके हैं, विशेष रूप से कमाल पाशा ने संदेह जाहिर किया था कि इन प्रथाओं का दुरुपयोग राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों के लिए किया जाता है इसलिए इन प्रथाओं का इस्लाम से कोई संबंध नहीं है।
पार्टी ने कहा कि कुछ समय पहले ही लिट्टे के आतंक से छुटकारा पाने वाला श्रीलंका अब इस्लामिक आतंक की गिरफ्त में है।
संपादकीय में कहा गया कि अन्य देश इस तरह के कठोर कदम उठा रहे हैं जबकि भारत में इस्लामिक आतंकवादियों द्वारा जम्मू-कश्मीर जैसे राज्य बर्बाद किये जाने पर भी यह कदम नहीं उठाया गया है।
प्रियंका जितेन्द्र
वार्ता
image