राज्य » गुजरात / महाराष्ट्रPosted at: Jan 14 2020 11:14AM महिलाओं के लिए फिल्मी दुनिया का मार्ग प्रशस्त किया दुर्गा खोटे ने(जन्मदिवस 14 जनवरी के अवसर पर )मुम्बई 14 जनवरी (वार्ता)भारतीय सिनेमा जगत में दुर्गा खोटे को एक ऐसी अभिनेत्री के रूप में याद किया जाता है जिन्होंने महिलाओं को फिल्म इंडस्ट्री में काम करने का मार्ग प्रशस्त किया। दुर्गा खोटे जिस समय फिल्मों में आयी उन दिनों फिल्मों में काम करने से पहले पुरष ही स्त्री पात्र का भी अभिनय किया करते थे। उन्होंने फिल्मों में काम करने का फैसला किया और इसके बाद से हीं सम्मानित परिवारों की लड़कियां और महिलाएं फिल्मों में काम करने लगीं। चौदह जनवरी 1905 को मुंबई में जन्मीं दुर्गा खोटे ने वर्ष 1931 में प्रदर्शित प्रभात फिल्म कम्पनी की मूक फिल्म ‘फरेबी जाल’ में छोटी -सी भूमिका से अपने फिल्मी कैरियर की शुरआत की। इसके बाद दुर्गा खोटे ने व्ही शांताराम की मराठी फिल्म ‘अयोध्येचा राजा’(1932)में काम किया। इस फिल्म में दुर्गा खोटे ने रानी तारामती की भूमिका निभायी। अयोध्येचा राजा मराठी में बनी पहली सवाक फिल्म थी। इस फिल्म की सफलता के बाद दुर्गा खोटे बतौर अभिनेत्री अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गयीं। इसके बाद प्रभात फिल्म कंपनी की ही वर्ष 1932 में प्रदर्शित फिल्म माया मछिन्द्र ने दुर्गा खोटे ने एक बहादुर योद्धा की भूमिका निभायी। इसके लिए उन्होंने योद्धा के कपडे पहने और हाथ में तलवार पकड़ी।प्रेम आशाजारी वार्ता