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भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव: प्रतिनिधियों ने मेक्सिको के सिनेमा का उठाया लुत्‍फ

पणजी, 27 नवंबर (वार्ता) मेक्सिको के समृद्ध सिनेमा उद्योग ने गोवा में चल रहे भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में प्रभावकारी हिस्सेदारी की है और इस भागीदारी पर वहां की सरकार ने भी गर्व का अनुभव किया है।
मेक्सिको के पर्यटन मंत्री मिगुएल टोरुको मार्काेस ने कहा,‘‘हमें अतुल्य भारत के 53वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्‍सव में मैक्सिकन फिल्मों की भागीदारी होने पर बहुत गर्व है।’’
श्री मार्कोस ने एक वीडियो संदेश में कहा,‘‘फिल्में लोगों के बीच मतभेदों को दूर करने और राष्ट्रों के बीच संबंध स्‍थापित करने का सबसे अच्छा तरीका हैं।’’ श्री मार्कोस मेक्सिको के फिल्मजगत के एक प्रख्यात दम्पत्ति की संतान हैं।
पत्र-सूचना कार्यालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार इस बार के फिल्म महोत्सव ने अपने सभी प्रतिनिधियों के लिए मनोरम मेक्सिकों की फिल्‍मों की प्रदर्शनी का उत्‍सव के रूप में कार्यक्रम तैयार किया है। इस महोत्‍सव में विभिन्न श्रेणियों में मेक्सिको की कई फिल्मों का प्रदर्शन किया जा रहा है।
मेक्सिको के पर्यटन मंत्री श्री मार्काेस ने संदेश में अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा,“गोवा में अतुल्य भारत के 53वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्‍सव के इस महत्वपूर्ण क्षण को आपके साथ साझा करना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है। मेक्सिको अपनी अनूठी संस्कृति और विविधता के लिए जाना जाता है और हमारा सिनेमा इस विरासत का एक बहुत महत्‍वपूर्ण हिस्सा है।”
उन्होंने इस तथ्‍य को गर्व के साथ साझा किया कि उनकी मां, मारिया एलेना मार्केस और पिता मिगुएल टोरुको, मैक्सिको रजत पटल के ‘स्वर्ण युग’ के बहुत लोकप्रिय अभिनेत्री-अभिनेता थे। उन्‍होंने यह भी कहा, “मैंने हमेशा सोचा है कि फिल्में लोगों के बीच के मतभेद दूर करने और राष्ट्रों के बीच संबंध स्‍थापित करने का सबसे अच्छा तरीका हैं।”
महोत्सव के दौरान मेक्सिको के सिनेमा पर एक चर्चा इफ्फी सत्र के दौरान ‘रेड शूज’ फिल्म के निर्माता अलेजांद्रो डी इकाजा ने कहा कि मैक्सिकन सरकार का सिनेमा के लिए एक कोष है जिसके तहत वे फिल्मों को बढ़ावा देते हैं, जिनमें हमारी तरह की कलात्मक फिल्में भी शामिल हैं। इस तरह की फिल्‍मों को सरकारी प्रोत्साहन के बिना बनाना बहुत मुश्किल है क्योंकि इनका व्यावसायीकरण करना बहुत कठिन है।
उन्होंने यह भी कहा कि वह शादी के विषय पर भारत के साथ मिलकर संयुक्त रूप से एक फिल्म निर्माण की संभावना तलाश रहे हैं। हम वास्तव में शादी के बारे में संयुक्त रूप से एक फिल्म बनाने की कोशिश कर रहे हैं। दोनों देशों में शादी एक बड़ा, रंगारंग और कई दिनों तक चलने वाला समारोह है। इस तरह की सांस्कृतिक समानताएं भविष्य में अन्य परियोजनाओं को भी जन्म दे सकती हैं।
वर्ष 2022 की फिल्म रेड शूज का मुकाबला अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता खंड में 14 अन्य फिल्मों के साथ होगा, जिसमें विजेता को प्रतिष्ठित स्‍वर्ण मयूर पुरस्‍कार से सम्मानित किया जाएगा।
रेड शूज, कार्लोस एशेलमैन कैसर द्वारा निर्देशित, एक ऐसे किसान के बारे में बनाई गई फिल्म है जो एकाकी जीवन जीता है और उसे अपनी बेटी की मृत्यु का समाचार मिलता है।
इसी तरह मेक्सिको की एक और फिल्म ‘आइलैंड ऑफ लॉस्ट गर्ल्स’ ‘बेस्ट डेब्यू फीचर डायरेक्टर’ के पुरस्कार की दौड़ में है। यह मेक्सिको और अमेरिकी का साझा प्रयास है। एन-मैरी श्मिट और ब्रायन श्मिट द्वारा निर्देशित, यह फिल्म तीन बहनों की एक रोमांचक कहानी है जो विशाल लहरों और अलौकिक जीवों से जूझते हुए एक समुद्री गुफा में फंस जाती हैं। इस फिल्म को मॉस्को अंतर्राष्‍ट्रीय फिल्म महोत्‍सव के साथ-साथ फंटासिया महोत्‍सव में भी प्रदर्शित किया गया था।
इसी तरह मंटो डी जेमस (रोब ऑफ जेम्स) मेक्सिको और अर्जेंटीना का सह-सृजन है जिसे फेस्टिवल कैलिडोस्कोप सेगमेंट के तहत प्रदर्शित किया गया था। यह फिल्म ग्रामीण मेक्सिको के सेट वाली है जहां विभिन्न सामाजिक वर्गों की तीन महिलाएं दुर्भाग्‍य से लापता व्‍यक्ति के मामले में संगठित अपराध में शामिल हो जाती हैं।
मेक्सिको मूल की जिन अन्य फिल्मों ने 53वें इफ्फी में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है उनमें ब्लैंकुइटा, सोल्स जर्नी, ईमी, पिनोचियो और हुसेरा शामिल हैं।
मनोहर.संजय
वार्ता
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