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मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड से दो दिन तक राहत की उम्मीद नही

भोपाल 29 जनवरी (वार्ता) मध्यप्रदेश में सर्द हवाओं के साथ पड़ रही कड़ाके की ठंड से अभी दो दिन तक राहत मिलने की कोई उम्मीद नही है।
राज्य में लगातार कई दिनों से चल रही बर्फीली हवाओं के साथ ठंड काफी तेवर दिखा रहा है। यह स्थिति देश के उत्तरी हिस्से में हुई बर्फबारी के बाद से बना हुआ है। इससे जनजीवन पर काफी असर पड़ा है। प्रदेश के अनेक स्थानों पर हुई बारिश, ओलावृष्टि और कोहरा पड़ने के बाद अब शीतलहर अपना तेवर दिखाने में लगा है।
राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में प्रशासन ने स्कूली बच्चों की छुट्टियां घोषित कर दी हैं। राजधानी भोपाल में कल रात जिला प्रशासन ने पांचवीं तक की कक्षाओं के बच्चों की दो दिन की छुट्टियों की घोषणा की। इसके चलते आज सुबह सड़कों पर भी अपेक्षाकृत कम लोग दिखाई दिए। राज्य के बुरहानपुर में बेतहाशा पड़ रही ठंड के कारण जिला प्रशासन ने कक्षा पहली से पांचवीं कक्षा 31 जनवरी तक बंद रखने के आदेश दिए है, वहीं 9वीं से लेकर 12वीं कक्षा को सुबह 9 बजे संचालित करने के निर्देश दिये है। इसी कड़ी में उज्जैन जिला प्रशासन ने भी तेज ठंड के चलते कल कक्षा पहली से पांचवीं कक्षा के लिए अवकाश घोषति की है।
प्रदेश के उमरिया जिले में कड़ाके की ठंड के कारण यहां का न्यूनतम तापमान 2.3 पर पहुंच गया है जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। लोग ज्यादातर समय अलाव और हीटर के पास देखे गये है। सुबह-शाम बाजार में ग्राहकों की भीड़ नहीं रही है। शाम होते ही सड़कें सूनी देखी गई है। नगरपालिका ने ठंड को देखते हुये नगर के प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की है। न्यूनतम तापमान 2 पर पहुंचने से ग्राम महरोई, ददरी, उफरी किरनताल, बड़ेरी, बरबसपुर, चंदवार, भरौला आदि स्थानों पर जल स्त्रोतों व धान के पुआल पर बर्फ जमने का भी समाचार मिला है।
स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पूर्वी मध्यप्रदेश के साथ-साथ पश्चिमी मध्ययप्रदेश में कुछ स्थानों पर तीव्र शीतलहर चलने की आशंका है। इसके अलावा इन्हीं दो हिस्से में अनेक स्थानों शीतलहर की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि शहडोल, रीवा, सागर, उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर पाला पड़ने का अनुमान है।
मौसम वैज्ञानिकों की माने तो प्रदेश में कम से कम दो दिन तक ठंड से राहत मिलने की नही उम्मीद है। संभावना जाहिर की गई है कि फरवरी के पहले सप्ताह में तापमानों में बढ़ोत्तरी होने से राहत मिल सकती है। देश के मैदानी इलाकों में शीर्ष 10 सबसे ठंड स्थानों में प्रदेश में उमरिया, खजुराहो, दतिया और नौगांग क्रमश: 6, 7, 8 और 9वें स्थानों पर रहे।
दूसरी तरफ वैज्ञानिकों ने बताया कि 4 फरवरी को मध्यप्रदेश के उत्तरी भाग में आने वाले ग्वालियर संभाग के जिलों के अलावा नीमच, मंदसौर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, सिंगरौली और सीधी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है।
प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज सुबह से सर्द हवाओं के साथ ठंड का असर काफी रहा। यह सिलसिला यहां पिछले तीन दिनों से लगातार बना हुआ है। भोपाल और इसके आसपास अभी दो दिन तक ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नही है। यहां न्यूनतम तापमान 4.8 दर्ज किया गया। यह सिजन का सबसे कम तापमान रहा।
नाग
वार्ता
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