Saturday, Apr 27 2024 | Time 00:16 Hrs(IST)
image
राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़


महाकवि कालिदास भारत के अनुपम कवि थे -प्रो.त्रिपाठी

उज्जैन 14 नवम्बर (वार्ता) मध्यप्रदेश के उज्जैन में डाॅ राधावल्लभ त्रिपाठी ने कहा कि महाकवि कालिदास भारत के अनुपम कवि थे।
अखिल भारतीय कालिदास समारोह का आज समापन हुआ। इस समारोह के अतिथि डॉ.राधावल्लभ त्रिपाठी ने कहा कि देश में केवल उज्जैन ही एक ऐसा स्थान है, जहां पर अखिल भारतीय कालिदास समारोह आयोजित किया जाता है, यह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि कालिदास को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिये। कालिदास की सभी रचनाएं श्रेष्ठ हैं।
समारोह के मुख्य अतिथि रंगकर्मी अतुल तिवारी ने कहा कि इस बार कालिदास सम्मान मूर्धन्य नाटककार सुरेन्द्र वर्मा को दिया गया है। उन्होंने कालिदास के कथानकों पर कई रचनाएं देश को दी है। उनकी रचना ‘आठवा सर्ग’ एवं ‘शकुन्तला की अंगूठी’ अद्वितीय है। उन्होंने कहा कि कालिदास व फिल्मों का नाता बहुत पुराना है। मूक फिल्मों के जमाने से कालिदास की रचनाओं पर फिल्में बनती रही हैं।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति बालकृष्ण शर्मा ने कहा कि महाकवि कालिदास का साहित्य समुद्र के समान है। कालिदास के पद्यों की व्याख्या करने का सामर्थ्य किसी के पास नहीं है। उनका साहित्य समुद्र के समान है जो प्रतिक्षण नवीन होता जाता है। जिस तरह समुद्र में डुबकियां लगाकर रत्न निकालते हैं, उसी तरह कालिदास के साहित्य का अध्ययन करने पर हर बार नये रत्न की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि कालिदास समारोह का प्रतिवर्ष आयोजन इन्हीं नवीन संभावनाओं को लेकर होता है।
समारोह में श्रेष्ठ कृति अलंकरण तथा मूर्तिकला एवं चित्रकला के पुरस्कार वितरित किये गये। श्रेष्ठ कृति अलंकरण अखिल भारतीय कालिदास पुरस्कार वर्ष 2017-18 डॉ.ज्योतिस्वरूप अग्निहोत्री को उनकी कृति ‘श्री हनुमच्चरितम’ पर दिया गया। इस कृति के लिये उन्हें एक लाख रुपये का पुरस्कार एवं शाल, श्रीफल भेंट किया गया। प्रादेशिक व्यास पुरस्कार विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.बालकृष्ण शर्मा को ‘विवेक-सोपान परम्परा’ पर दिया गया। प्रादेशिक भोज पुरस्कार रतलाम की डॉ.पूजा मनमोहन उपाध्याय को दिया गया। प्रादेशिक व्यास पुरस्कार एवं भोज पुरस्कार में 51 हजार रुपये की पुरस्कार राशि एवं शाल, श्रीफल भेंट किया गया।
राष्ट्रीय चित्र एवं मूर्तिकला पुरस्कार के तहत वर्ष 2018 के लिये नम्बकम हरिनाथ को एक लाख रुपये, मनदीप शर्मा को एक लाख, संतोष कुमार मोहना को एक लाख रुपये, सुश्री नतालिया बहुस्वीच को एक लाख रुपये एवं मूर्तिशिल्प में उज्जैन के गौतम साहा को एक लाख रुपये का पुरस्कार एवं प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया।
इसी तरह वर्ष 2019 के लिये मेघदूत विषय पर बनी कलाकृतियों पर ब्रजमोहन कुमावत, सुश्री विजयलक्ष्मी, डॉ.प्रवीरकृष्ण अत्रे, सुश्री प्रतिभा अविनाश बजरंगकर तथा हजारीलाल शाक्य प्रत्येक को एक लाख रुपये, प्रशस्ति-पत्र एवं शाल भेंटकर सम्मानित किया गया। कमल केपी सेठिया चित्रकला सम्मान सुश्री महक कमलेश साहू को प्रदान किया गया।
सं नाग
वार्ता
image