राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Dec 31 2019 8:15PM फसल ऋण माफी सरकार का सबसे उल्लेखनीय कार्य:यादवखरगोन 31 दिसंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री सचिन यादव ने आज खरगोन जिले के कसरावद में जय किसान फसल ऋण माफी योजना अंतर्गत द्वितीय चरण का शुभारंभ करते हुए इसे मध्यप्रदेश सरकार का इस वर्ष में सबसे उल्लेखनीय कार्य निरूपित किया है।श्री यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार का यह 1 वर्ष में सबसे उल्लेखनीय कार्य रहा है। उन्होंने कहा कि चुनौतीपूर्ण और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों के हितों को सबसे पहले रखते हुए उनके फसल ऋण माफ करने की दिशा में कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश किसानों का प्रदेश है इसलिए ऋण माफी का दायरा वृहद होने के चलते इसे दो चरणों में पूरा करने का निर्णय हुआ था।उन्होंने कहा कि जय किसान फसल ऋण माफी योजना में प्रत्येक बैंक का ऋण शामिल किया गया है। द्वितीय चरण में पीए किसानों के 1000 से एक लाख तक और एनपीए किसानो के 1000 से दो लाख रुपये तक के फसल ऋण माफ किए गए हैं।उन्होंने जय किसान फसल ऋण माफी योजना अंतर्गत कसरावद के 5805 किसानों को ऋण माफी पत्र प्रदान किए।उन्होंने कहा कि प्रथम व द्वितीय चरण में कुछ किसानों के आधार या बैंक खातों के संबंध में तकनीकी त्रुटि, दस्तावेज और अन्य तरह की समस्याएं भी सामने आई है, इनका निराकरण करने के लिए पूरे प्रदेश में शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों में कई तरह की तकनीकी समस्याओं को दूर कर ऋण माफी योजना का दायरा भी बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व कृषि केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि जय किसान फसल ऋण माफी योजना में पूरे प्रदेश में सबसे अधिक ऋण माफी खरगोन के किसानों की हुई है। प्रथम चरण में 66513 किसानों के 388.35 करोड रुपए माफ हुए और द्वितीय चरण में सबसे अधिक किसान खरगोन के ही हैं और इस चरण में 36270 किसानों के 266 करोड़ से अधिक का ऋण माफ होना है। उन्होंने मंच से सत्राटी में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र को महाविद्यालय बनाने का सुझाव भी दिया ।उन्होंने कहा कि किसानों के युवा पुत्रों को खेती का हुनर वैज्ञानिक विधि से सिखाने के लिए शीघ्र ही विश्व स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था किसानों के हाथों में है और आगे भी किसानों के हाथों में रहे, इसलिए जरूरी है कि युवाओं को नई तकनीक बताई जाए जिससे उनका हुनर खेती किसानी में भी निखर सके।कृषि मंत्री ने कहा कि खरीफ की फसल किसानों के लिए अच्छे परिणाम नहीं लेकर आई इसके लिए राहत राशि प्रदान की जा रही है।कसरावद की कृषि मंडी प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में न सिर्फ किसानों को ऋण माफी पत्र प्रदान किए गए बल्कि अन्य योजनाओं की राशि भी प्रदान की गई।सं नागवार्ता