राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Feb 7 2020 8:37PM स्मार्ट पुलिसिंग कर अपराधियों को सजा दिलाएँ-पुलिस महानिदेशकभोपाल, 07 फरवरी (वार्ता) मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक विजय कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस अधिकारी महिला अपराधों से संबंधित नये कानूनों की बारीकियाँ समझें और साक्ष्य आधारित, आधुनिक एवं स्मार्ट पुलिसिंग के जरिए महिला उत्पीड़न से संबंधित अपराधों की ऐसी विवेचना करें, जिससे कोई भी अपराधी बचने न पाए। श्री सिंह आज मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी भौंरी में ''लैंगिक अपराधों की विवेचना में पुलिस की भूमिका'' विषय पर संपन्न हुई मास्टर ट्रेनर्स की तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा क्रिमनल जस्टिस सिस्टम के सभी अंगों के बीच बेहतर तालमेल जरूरी है, तभी हम पीड़ित को न्याय और अपराधी को सजा दिलाने में सफल होंगे।उन्होंने कहा कि महिला अपराधों की विवेचना के दौरान विशेष सावधानी व सतर्कता बरतने की जरूरत है। साक्ष्य जुटाने व डीएनए जाँच के लिए सैंपल भेजने से लेकर उसकी रिपोर्ट न्यायालय में प्रस्तुत करने तक निर्धारित प्रोटोकॉल व समय-सीमा का पालन करें। विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण संजय राणा ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों के पालन में एक साल के भीतर प्रदेश भर में विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर लगभग 650 पुलिस अधिकारियों को उत्कृष्ट विवेचना का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा विशेषज्ञ रिसोर्स पर्सन का लाभ जिले स्तर तक पहुँचाने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए स्मार्ट क्लास तैयार किए जा रहे हैं।इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रशिक्षण श्रीमती निमिषा पाण्डेय व मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।कार्यशाला में प्रदेश के 18 जिलों से आए उप निरीक्षक से लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के 42 पुलिस अधिकारियों को खास तौर पर महिलाओं के उत्पीड़न से संबंधित अपराधों की उत्कृष्ट विवेचना करने के गुर सिखाए गए। नागवार्ता