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राजनीति सियासी उठापटक मप्र दो अंतिम भोपाल

इस बीच कांग्रेस नेताओं का दावा है कि राज्य सरकार पूरी तरह सुरक्षित है और उसे कोई खतरा नहीं है और वह अपना पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करेगी। जनसंपर्क मंत्री पी सी शर्मा ने आज मीडिया से कहा कि राज्य सरकार जनकल्याण के कामों में लगी हुयी है और इस कार्य में निरंतर लगी रहेगी।
वहीं इस संपूर्ण मामले में कथित तौर पर प्रदेश सरकार से नाराज बताए जा रहे वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की चुप्पी भी राजनैतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुयी है। हालाकि श्री सिंधिया समर्थक राज्य सरकार में मंत्री और नेताओं के बयान जरुर कुछेक अवसर पर सुनायी दे जाते हैं। इस बीच श्री सिंधिया समर्थक दो मंत्रियों के कल दिल्ली जाने की खबर भी मीडिया में आयी, लेकिन इसका उद्देश्य साफ नहीं हो पाया।
राज्य में सियासी घटनाक्रम उस समय शुरू हुआ जब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने चार पांच दिन पहले दिल्ली में मीडिया के समक्ष आरोप लगाया कि भाजपा राज्य के कांग्रेस और अन्य विधायकों को अपने पक्ष में करने के लिए 25 से 35 करोड़ रुपयों का ऑफर दे रही है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि लेकिन भाजपा के मंसूबे पूरे नहीं होंगे, क्योंकि कांग्रेस विधायक बिकाऊ नहीं हैं और भाजपा को पूरे पांच साल तक विपक्ष में रहना होगा।
इस बयान के अगले दिन श्री सिंह ने ट्वीट किया कि विधायकों को दिल्ली ले जाने का क्रम शुरू हो गया है। देर शाम राज्य के तीन चार मंत्री भी दिल्ली पहुंचे रातभर चली कथित उठापठक के बाद अगले दिन राज्य के मंत्री छह विधायकों को विशेष विमान से दिल्ली से लेकर वापस भोपाल आ गए। इन विधायकों ने मुख्यमंत्री निवास पर श्री कमलनाथ से मुलाकात की और तब कांग्रेस ने दावा किया कि भाजपा का राज्य की सरकार गिराने का प्रयास असफल हो गया है।
लेकिन कल यानी गुरूवार की देर शाम कांग्रेस विधायक श्री डंग के कथित त्यागपत्र के बाद राजनीतिक घटनाक्रम एक बार फिर तेजी से शुरू हो गया। चार विधायक अभी तक भोपाल नहीं लौटे हैं। इनमें पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ आदिवासी नेता बिसाहूलाल सिंह भी शामिल हैं। श्री सिंह के पुत्र ने कल यहां टीटीनगर थाने में पैंसठ वर्षीय श्री बिसाहूलाल सिंह के दो मार्च से लापता होने के संबंध में पुलिस दर्ज करायी है। पुलिस ने श्री सिंह की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
राज्य में सोलह मार्च से विधानसभा का महत्वपूर्ण बजट सत्र भी प्रारंभ हो रहा है। इसके अलावा मध्यप्रदेश से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए निर्वाचन की प्रक्रिया भी आज से प्रारंभ हो रही है। प्रशांत
वार्ता
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