राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Mar 12 2020 5:41PM ईव्हीएम से होंगे नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव: सिंहभोपाल, 12 मार्च (वार्ता) मध्यप्रेदश राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने नगरीय निकायों और पंचायतों की फोटोयुक्त मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य के पर्यवेक्षण के लिए नियुक्त प्रेक्षकों की कार्यशाला में कहा कि आगामी नगरीय निकाय एवं पंचायतों के आम-चुनाव ईव्हीएम से ही कराये जायेंगे।श्री सिंह ने कहा कि त्रुटि रहित मतदाता सूची बनाना आयोग का पहला उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि मतदाता का नाम एक ही स्थान पर होना चाहिये। उन्होंने कहा कि पर्यवेक्षक यह देखें की मतदाता सूची में दावे-आपत्तियों के लिये समुचित व्यवस्था की गयी है कि नहीं। दावे-आपत्ति केन्द्र में बैनर लगवायें। दावे-आपत्ति केन्द्र नियमित रूप से खुलें। उन्होंने बताया कि वार्डों के परिसीमन के आधार पर प्रारूप मतदाता सूची बनायी गयी है।आयोग की उप सचिव अजीजा सरशार ज़फर ने कहा कि कंट्रोल टेबल का वेरीफिकेशन ठीक ढंग से होना चाहिये। उन्होंने पिछले आम-चुनाव के दौरान बनाई गई मतदाता सूची में आयी त्रुटियों की ओर प्रेक्षकों का ध्यान आकृष्ट किया। श्रीमती ज़फर ने कहा कि इस तरह की त्रुटियों की पुनरावृत्ति नहीं होना चाहिये। प्रेक्षक 16 से 20 मार्च और 29 अप्रैल से 4 मई तक जिलों में रहेंगे।अवर सचिव प्रदीप शुक्ला ने नगरीय निकायों की फोटोयुक्त मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा मतदान केन्द्रों के युक्तियुक्तकरण के निर्देश भी दिये गये हैं। श्री शुक्ला ने बताया कि नगरीय निकायों में 244 और पंचायत चुनावों के लिये 534 अतिरिक्त मतदान केन्द्र बनाये जा सकते हैं।उन्होंने बताया कि नगरीय क्षेत्र में मतदाता संख्या 1000 से 1200 और ग्रामीण क्षेत्र में 500 से 700 पर मतदान केन्द्र बनाने का प्रावधान है। श्री शुक्ला ने बताया कि मतदाता सूची से संबंधित जानकारी के लिये आयोग और एमपीएसईडीसी में कंट्रोल रूम बनाये गये हैं। एमपीएसईडीसी के प्रबंधक राजेश दिघे ने मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया के तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी। कार्यशाला में आयोग के सचिव दुर्ग विजय सिंह, ओएसडी सुनीता त्रिपाठी, उप सचिव अरूण परमार, उप सचिव डॉ. सुतेश शाक्या एवं प्रेक्षक उपस्थित थे।बघेल वार्ता