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सेना के दो हेलीकॉप्टर होशंगाबाद और सीहोर जिलों में राहत कार्य में शामिल होंगे रविवार से

भोपाल, 29 अगस्त (वार्ता) मध्यप्रदेश के मध्य, पूर्वी और दक्षिणी हिस्से समेत अधिकांश स्थानों पर लगातार बारिश और प्रमुख बांधों के लबालब हो जाने के कारण पानी छोड़ जाने से होशंगाबाद, सीहोर, भोपाल, रायसेन और अासपास के जिलों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य की व्यवस्था की है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य में आज विभिन्न जिलों में सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। छिंदवाड़ा जिले में हेलीकॉप्टर की मदद से एक युवक को सुरक्षित बाढ़ के पानी से बचाया गया और भोपाल जिले के परवलिया थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति को पुलिस ने उस समय बचा लिया जब वह बाढ़ के पानी के बीच पुल को पार कर रहा था। यह युवक बाइक समेत कुछ फीट बह गया था, लेकिन उसकी किस्मत ने साथ दिया और पुलिस के जवानों के साहस के चलते उसे बचा लिया गया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज होशंगाबाद और सीहोर जिले में नर्मदा नदी के तटीय इलाकों में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने इसके बाद संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इसके पहले श्री चौहान ने मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग डॉ राजेश राजौरा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। श्री चौहान ने इसके साथ ही आम लोगों से अनुरोध किया है कि वे घर पर ही रहें, बारिश के बीच पिकनिक आदि के उद्देश्य से पानी वाले इलाके में नहीं जाएं।
राज्य में राहत और बचाव कार्य के लिए सेना के दो हेलीकॉप्टर आज भोपाल पहुंचे, लेकिन लगातार बारिश के कारण वे यहां उतर नहीं सके। इस वजह से एक हेलीकॉप्टर को झांसी और एक अन्य को नागपुर में उतरवाया गया है। कल सुबह से ये दोनों हेलीकॉप्टर राज्य के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य में शामिल हो जाएंगे। इसके अलावा भारी वर्षा से प्रभावित जिलों समेत सभी जिलों के प्रशासन को बाढ़ के मद्देनजर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है।
सेना के जवानों को होशंगाबाद जिले में पहुंचा दिया गया है और वे राहत एवं बचाव कार्य में लग गए हैं। राष्ट्रीय अापदा राहत बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) की टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया है। इन सबकी मदद से जलभराव और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य किए जा रहे हैं। इनकी तैनाती मुख्य रूप से सीहोर, होशंगाबाद, नरसिंहपुर जिलों में की गयी है।
प्रभावित क्षेत्रों में होमगार्ड के 6300 जवानों और डेढ़ सौ इंजनचलित नावों को तैनात किया गया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह डॉ राजौरा की अध्यक्षता में हुयी बैठक में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए पूर्ण रुपरेखा तैयार की गयी। इसमें यह भी तय किया गया कि बांधों से पानी छोड़ने की स्थिति में संबंधित जिलों के प्रशासन और रेलवे इत्यादि को पहले से सूचित किया जाएगा।
जबलपुर जिले के बरगी बांध के 21 में से डेढ़ दर्जन गेट आज खोले जाने के कारण राज्य की जीवनरेखा मानी जाने वाली नर्मदा नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। कई जिलों में यह खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जबलपुर, नरसिंहपुर, रायसेन, होशंगाबाद, सीहोर, भोपाल, देवास, बैतूल, हरदा, खंडवा और अन्य जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गयी है। तटीय इलाकों में पानी भर गया है। सैकड़ों लोगों को प्रशासन ने पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया।
राज्य में अगले 24 घंटों के दौरान भी मध्य, दक्षिणी, पूर्वी और पश्चिमी हिस्से में अधिकांश जिलों में भारी बारिश की संभावना जतायी गयी है। उत्तरी अंचल को छोड़कर राज्य के कुल 52 में से अधिकांश जिलों में अतिवृष्टि और बाढ़ की स्थिति बनी हुयी है। राजधानी भोपाल में भी कल से लगातार बारिश हो रही है। इस वजह से भदभदा, कोलार और कलियासोत बांध लबालब हो गए हैं। भोपाल के भी निचले इलाकों में जलभराव के कारण सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने स्वयं प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।
टीम प्रशांत
वार्ता
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