राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Sep 23 2021 7:27PM छत्तीसगढ़ में हाथी के विचरण मार्ग पर आवाजाही करने वाले होंगे गिरफ्ताररायपुर 23 सितम्बर(वार्ता)छत्तीसगढ़ में हाथी के विचरण मार्ग में मनाही के बावजूद जान-बूझकर आवाजाही करने वाले लोगो के खिलाफ अब वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत गिरफ्तारी सहित अन्य कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर ने आज यहां मानव-हाथी द्वंद्व पर नियंत्रण तथा प्रबंधन संबंधी आयोजित बैठक में इस आशय के निर्देश दिए।उन्होने इसके साथ ही वन मंडलाधिकारियों को जंगली हाथियों से प्रभावित वनमंडलों में विचरण कर रहे हाथियों के दलों के नामकरण हेतु शीघ्र प्रस्ताव देने के निर्देश दिए, ताकि वहां विचरण कर रहे जंगली हाथियों के सुगमतापूर्वक निगरानी का कार्य किया जा सके। उन्होंने बताया कि राज्य में जंगली हाथियों पर कुशलतापूर्वक निगरानी के लिए जल्द ही चिन्हित 12 हाथियों पर रेडियो कॉलरिंग का कार्य भी किया जाएगा। इसी तरह उन्होंने विचरण कर रहे जंगली हाथियों के बारे में क्षेत्र के आस-पास के गांवों में मुनादी के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने विचरण कर रहे हाथियों की सुरक्षा के संबंध में भी विभागीय अधिकारियों को सजग होकर कार्य करने के लिए कहा। राज्य में वर्तमान में 14 विभिन्न दलों में 266 जंगली हाथी विचरण कर रहे हैं। बैठक में विभागीय अधिकारियों द्वारा बताया गया कि राज्य में मानव-हाथी द्वंद पर नियंत्रण के लिए जन-जागरूकता लाने सहित अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इनमें जंगली हाथियों के समूह के आगमन की पूर्व सूचना गांव में वायरलेस, मोबाइल तथा माइक आदि के माध्यम से मुनादी कर दी जा रही है। हाथी विचरण क्षेत्र और आसपास के ग्रामीणों को हाथियों के साथ साहचर्य बनाए रखने के लिए आवश्यक समझाईश दी जा रही है। ज्ञातव्य हैं कि राज्य के एक बड़े इलाके में जंगली हाथियों का काफी आतंक हैं।हाथियों के हमले में आए दिन जनहानि हो रही है।उनके द्वारा फसलों एवं घरों को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है।लगातार हो रही इन घटनाओं को रोकने में विफल रहने पर राज्य सरकार की काफी किरकिरी हो रही है।साहूवार्ता