राज्य » अन्य राज्यPosted at: Jun 15 2019 4:25PM हडताली डाक्टरों ने ममता से नबन्ना में मुलाकात से किया इन्कारकोलकाता, 15 जून (वार्ता) पश्चिम बंगाल में हड़ताली डाक्टरों ने अपने रुख में कोई बदलाव नहीं करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से शनिवार शाम पांच बजे नबन्ना में होने बाली बातचीत में हिस्सा लेने से इन्कार कर दिया और इससे संकेत मिलते हैं कि सुश्री बनर्जी को ही अब एनआरएस मेडिकल कालेज आना पड़ेगा तथा इस संकट का समाधान खोजना होगा। हड़ताली जूनियर डाक्टरों की जनरल बाडी मीटिंग के बाद उनके एक प्रतिनिधि ने पत्रकारों से कहा,“ हम नबन्ना में बंद कमरे में होने वाली बातचीत के पक्ष में नहीं है और हमारी छह सूत्री मांगों पर विचार करने के लिए मुख्यमंत्री को एनआरएस ही आना होगा। हम भी चाहते हैं कि अस्पताल में कामकाज जल्द से जल्द शुरू हो और हम भी मरीजों की हालत को लेकर काफी चिंतित हैं।”इससे पहले आईएमए प्रतिनिधिमंडल ने एनआरएस के हड़ताली डाक्टरों से बातचीत की थी ताकि इस समस्या का कोई समाधान निकल सके। आईएमए के अध्यक्ष डॉ शांतनु सेन ने आंदोलनकारी डाक्टरों से मुख्यमंत्री से मिलने का आग्रह किया लेकिन कोई भी नतीजा नहीं निकला।कई शीर्ष डाक्टरों ने भी आज अपनी बैठक की और जूनियर डाक्टरों से बातचीत करने के लिए एक प्रतिनिधिमंड़ल काे एनआरएस भेजने की बात कही।डॉ सेन ने कहा कि डाक्टरों पर मरीजों के तीमारदारों का हमला कोई नयी बात नहीं है और यह पूरे देश में हो रहा है तथा इसके लिए आईएमए भी संघर्ष कर रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आंदोलनों से चिकित्सा जगत के लोग आम आदमी से कट जाएंगे।कल रात पांच वरिष्ठ चिकित्सकों ने नबन्ना में सुश्री बनर्जी से मुलाकात की थी और बाद में बताया था कि सुश्री बनर्जी हड़ताली जूनियर डाक्टरों से मुलाकात करेंगी। इस बात पर भी सहमति बनी थी कि सुश्री बनर्जी पार्क सर्कस में न्यूरोसाइंस अस्पताल में जाकर घायल डाक्टर से भी मुलाकात करेंगी। जितेन्द्र.श्रवण वार्ता