राज्य » अन्य राज्यPosted at: Oct 29 2019 8:33PM गंगा में पानी छोड़ने की वजह से करोड़ों के निर्माणधीन घाट बहेहरिद्वार 29 अक्टूबर (वार्ता) तीर्थ नगरी हरिद्वार में 2021 में होने वाले महाकुंभ की तैयारियों को लेकर बनाए जा रहे गंगा के निर्माणधीन घाट पानी के बहाव में बह गये तथा उनकी नींव में दरारे भी आ गयी।इस घटना के बाद से ही यहां शासन प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।महाकुंभ 2021 को लेकर दरअसल मायापुर से लेकर ज्वालापुर तक गंगा के दोनों छोर पर लगभग आधा दर्जन घाटों का निर्माण कार्य किया जा रहा है।दशहरे पर गंगा बंदी के बाद इनका निर्माण कार्य शुरू किया गया था परंतु दिवाली की रात गंगा में अचानक पानी छोड़ दिये जाने के बाद इन घाटों के निर्माण कार्यों की पोल खुल गई और कई घाटों की बेड़ियां बह गई तथा फर्श पर बड़ी-बड़ी दरारें भी पड़ गई।इस मामले में उत्तराखंड सिंचाई विभाग और उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग एक दूसरे की इस मामले की गलती बता कर पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। वही कुंभ मेला प्रशासन भी इस मामले को लेकर चुप्पी साधे हुए है।सूत्रों के अनुसार कुंभ 2021 के लिए मायापुर बैराज से लेकर सिंहद्वार के बीच लगभग 6 घाट बनाए जा रहे है। मेला अधिकारी दीपक रावत ने दावा किया था की गंगा बंदी के दौरान उच्च गुणवत्ता वाले इन घाटों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा लेकिन एसा नहीं हो सका।उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड राज्य बनने के बाद से ही उत्तराखंड की नहरों के पानी का उत्तर प्रदेश स्वामित्व बना हुआ है। परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर उत्तराखंड एंव उत्तर प्रदेश के बीच काफी समय से नहरों का विवाद चल रहा है।इस बार भी उत्तराखंड सिंचाई विभाग के अनुरोध को ठुकराते हुए उत्तर प्रदेश ने अपनी मर्जी से बंद पड़ी गंगा में पानी छोड़ दिया जिसके बाद अधूरे घाट पानी आने से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।स़ जतिनवार्ता