राज्य » अन्य राज्यPosted at: Feb 8 2021 6:52PM अनियोजित, अनियंत्रित विकास चमोली त्रासदी के लिए जिम्मेदार- उपपानैनीताल, 08 फरवरी (वार्ता) उत्तराखंड़ परिवर्तन पार्टी (उपपा) ने सोमवार को कहा कि चमोली जिले में हुई जल प्रलय के लिए हिमालयी क्षेत्र के अनियोजित और अनियंत्रित विकास जिम्मेदार बताते हुए राज्य के विकास में आमूल बदलाव की मांग की है। उपपा के केन्द्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि चिपको, वन बचाओ आंदोलन और हिमालयी संवेदनशीलता की समझ रखने वाले तमाम विरोध के बावजूद सरकार पूंजीपतियों, माफियाओं व कम्पनियों के हाथों में खेल रही है। उन्होंने पहाड़ों में जल विद्युत परियोजनाओं खासकर पंचेश्वर बांध परियोजना और ऑल वेदर रोड जैसी परियोजनाओं की उच्च स्तरीय समीक्षा करने की भी मांग की है।श्री तिवारी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन की विभीषिका ने इस प्रक्रिया को और तेज किया है जिससे उत्तराखंड में भारी तबाही की संभावनाएं बढ़ गई हैं। उन्होंने आए दिन आ रही इन त्रासदियों को देखते हुए प्रदेश सरकार से नीतियों में आमूल परिवर्तन करने एवं आयोग बनाकर सड़कों, बांधों, जल विद्युत परियोजनाओं व जल जंगल ज़मीन से जुड़ी तमाम नीतियों व उनके दोहन की समीक्षा करने की मांग की है। उन्होंने चमोली त्रासदी में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार की पूरी व्यवस्था करने और उत्तराखंड में पिछले दो तीन दशकों में हुई त्रासदियों में बेघर हुए लोगों के पुनर्वास की समुचित व्यवस्था करने और पंचेश्वर जैसी परियोजना के निर्माण की प्रक्रिया को तत्काल निरस्त करने की मांग की है। सं रामवार्ता