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कोरोना को मात देने के लिये अब आयुष मंत्रालय की आयुष-64 भी मैदान में

नैनीताल, 12 मई (वार्ता) कोविड महामारी की जंग में केन्द्र सरकार का आयुष मंत्रालय भी पीछे नहीं है और उसने कोविड मरीजों के लिये आयुष-64 औषधि का निर्माण किया है। उत्तराखंड के आयुष मंत्री डाॅ हरक सिंह रावत ने इस औषधि को शुक्रवार को प्रदेश में लांच किया।
श्री रावत ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा आयुष-64 औषधि को क्लिनिकल ट्रायल के बाद जनता के लिये उपलब्ध कराया गया है और इसे प्रदेश में कोविड मरीजों को निशुल्क उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में इस औषधि को एक अभियान के तौर पर वितरित किया जायेगा और इसे दूरदराज गांवों तक उपलब्ध कराया जायेगा।
आयुष विभाग के निदेशक एमपी सिंह ने कहा कि उत्तराखंड में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की इकाई सेवा भारती की ओर से इस औषधि को उपलब्ध कराया गया है। सेवा भारती की ओर से दो लाख किट उपलब्ध करायी गयी हैं। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों की जनता को इससे लाभ होगा।
श्री सिंह ने कहा कि अब कोरोना महामारी की जंग में प्रदेश के आयुष चिकित्सालय भी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे और प्रदेश के 148 आयुष चिकित्सालयों को अपग्रेड कर उन्हें कोविड महामारी के उपचार के लिये तैयार किया जा रहा है। दस बेड वाले आयुष चिकित्सालय में पांच बेड आक्सीजन युक्त होंगे जिससे कोरोना मरीजों को सुविधा हो सकेगी। इन चिकित्सालयों में आवश्यकता पड़ने पर आवश्यक कर्मचारियों की नियुक्ति की जायेगी।
सेवा भारती के सहयोग से मिलने वाली इस औषधि को रानीखेत स्थित केन्द्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद को उपलब्ध करायी जा रही है और यहां से इसे प्रदेश के सभी जिलों में आवंटित की जायेगी। इसकी शुरूआत आज प्रदेश में हो गयी है। अल्मोड़ा जनपद के नोडल अधिकारी (आयुष-64) डाॅ. अजीत तिवारी ने बताया कि कोरोना के हल्के लक्षण वाले एवं आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को इस दवा को उपलब्ध कराया जा सकेगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रांत सेवा प्रमुख पवन सिंह ने बताया कि सेवा भारती की ओर से राज्य की जनता को टेलीमेडिसिन सेवा के माध्यम से लाभ पहुंचाया जा रहा है। लगभग सेवा भारती के 200 से अधिक चिकित्सक पूरे उत्तराखंड में सेवा दे रहे हैं।
कार्यक्रम में केन्द्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के संयुक्त निदेशक डाॅ. के एस नपलच्याल भी मौजूद थे।
रवीन्द्र, उप्रेती
वार्ता
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