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ओडिशा विधानसभा में लगातार तीसरे दिन हंगामा

भुवनेश्वर, 30 नवंबर (वार्ता) ओडिशा विधानसभा में लगातार तीसरे दिन राज्य में चल रही प्राथमिक शिक्षकों की हड़ताल को लेकर हंगामा हुआ और विपक्षी कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने कार्य में बाधा पहुंचाना जारी रखा जिसके कारण अध्यक्ष बी के अरुख को शाम चार बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
कांग्रेस और भाजपा के सदस्यों ने बुधवार को प्रश्नकाल में कोई रुकावट पैदा नहीं की जोकि पिछले दो दिनों से शिक्षकों की हड़ताल पर सदन के भीतर प्रदर्शन कर रहे थे और इस वजह से कार्यवाही को स्थगित किया गया था। शून्यकाल के दौरान, विपक्ष ने हड़ताल पर मौजूद शिक्षकों का मुद्दा उठाया और शिक्षकों की हड़ताल के प्रति संवेदनहीन होने और उनकी मांगों का जवाब नहीं देने के लिए सरकार पर जमकर निशाना साधा।
स्पीकर बी के अरुख ने सदन को दस मिनट के लिए स्थगित कर दिया और मामले को सुलझाने के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसका कोई परिणाम नहीं निकला। विपक्ष के अपने रुख पर अड़े रहने के कारण अध्यक्ष ने कोई अन्य विकल्प न पाकर सदन को दोपहर 12:28 बजे से शाम 16:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
हजारों प्राथमिक शिक्षक संविदा प्रणाली को समाप्त करने, सातवें वेतन आयोग और पुरानी पेंशन प्रणाली को बहाल करने की मांग को लेकर रविवार से राज्य विधानसभा के सामने महात्मा गांधी मार्ग पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं।
राज्य की राजधानी में कड़ाके की ठंड के बावजूद हड़ताल पर मौजूद शिक्षक मार्ग पर खुले आसमान के नीचे सो रहे हैं।विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार को विपक्ष में मौजूद कांग्रेस और भाजपा के शिक्षकों की हड़ताल को लेकर चल रहे हंगामे के बाद स्थगित कर दी गयी थी।
हालांकि बुधवार को प्रश्नकाल के बाद कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्रा, भाजपा के मोहन मांझी और सीपीएम विधायक लक्ष्मण मुंडा ने शिक्षकों के आंदोलन को उठाया। उन्होंने कहा कि आंदोलन चौथे दिन में प्रवेश कर गया है और इसका कोई समाधान नजर नहीं आ रहा है।
विपक्षी सदस्य सरकार से शिक्षकों की मांग को पूरा करने के लिए सदन के गर्भग्रह में आ गए। शिक्षकों ने पिछले चार दिनों से राजधानी के मुख्य व्यस्त रहने वाली सड़क महात्मा गांधी मार्ग पर प्रतिबंध लगा रखा है। वह अपनी मांगों के पूरा होने तक इस आंदोलन को जारी रखेंगे।
अध्यक्ष ने हंगामे को भांपते हुए सर्वदलीय बैठक बुलायी और सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद उन्होंने कार्यवाही को शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दिया क्योंकि बैठक का कोई नतीजा नहीं निकला।
अभिषेक, सोनिया
वार्ता
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