राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Jul 30 2019 6:14PM हरियाणा को 2022 तक मलेरिया मुक्त करने का लक्ष्य, नौ जिलों से हाेगी शुरूआतचंडीगढ़, 30 जुलाई(वार्ता) हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा है कि सरकार ने वर्ष 2019 के दौरान प्रदेश के नौ जिलों अम्बाला, फतेहाबाद, जींद, कैथल, करनाल, कुरूक्षेत्र, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी तथा सोनीपत को मलेरिया मुक्त करने तथा 2022 तक सम्पूर्ण राज्य को इस बीमारी से मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। राज्य के स्वास्थय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा की अध्यक्षता में मलेरिया वर्किंग कमेटी आज यहां हुई बैठक में इस फैसले की जानकारी दी गई। इसके लिए राज्य में वैक्टर जनित रोगों मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया तथा जापानी बुखार पर पूर्ण अंकुश लगाने के लिए विभाग ने बड़े पैमाने पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। श्री अरोड़ा के अनुसार राज्य के अन्य सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और उपकेंद्रों में मलेरिया का प्रति हजार जनसंख्या पर एक मामला तक लाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत वर्ष 2020 तक राज्य के सभी जिलों को मलेरिया मुक्त तथा इससे होने वाली मौतों पर नियंत्रण किया जाएगा। इस प्रकार प्रदेश 2022 तक पूर्ण रूप से मलेरिया मुक्त होगा। उन्होंने बैठक में उपस्थित जनस्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग(भवन एवं सड़कें), शिक्षा, शहरी विकास प्राधिकरण, स्थानीय निकाय, सिंचाई सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को सम्बंधित क्षेत्रों में मच्छरों की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि वैक्टर जनित रोगों पर नियंत्रण के लिए राज्य के नूंह जिले में 154 बुखार उपचार केंद्र स्थापित किए गए हैं। इसके लिए लोगों को जागरूक करने हेतु स्वास्थ्य मंत्री ने सभी सरपंचों और पंचों को पत्र लिखा है जिसमें गांवों को रोग मुक्त बनाने में पूर्ण सहयोग की अपील की है।रमेश1810वार्ता