शिमला, 31 जुलाई (वार्ता) हिमाचल प्रदेश में पिछले चौबीस घंटों में औसत से भारी बारिश के दौरान कुछ स्थानों पर भूस्खलन से आम जनजीवन पर असर पड़ा ।
राज्य में सतलुज,ब्यास सहित नदी नाले उफान पर हैं । भूस्खलन से स्थानीय निवासियों और सैलानियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शिमला के शोघी तारादेवी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर मलबा गिरने से एक कार मलबे में दब गई। बारिश में मलबा हटाने के काम में दिक्कत आ रही है ।
प्रदेश में लगातार वर्षा से डेढ़ सौ से अधिक सड़कें बंद हैं जिससे बागवानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सोलन के जौणाजी रोड पर गिरे एक पेड़ ने बिजली की तारों को भी अपनी चपेट में ले लिया। गनीमत ये रही कि जान-माल की हानि नहीं हुई। तार टूटने से बिजली गुल रही जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कांगडा, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी और उना में भारी वर्षा हुई। नगरोटा बंगवा में सबसे अधिक 156 मिमी ,सुजानपुर टीहरा में 143, गुलेर, गमरूर में 137, घुमारवीं 124, अम्ब 113, नादौन 112, भरारी 104, मेयर 106, देहरागोपीपुर 103, सरकाघाट 88, गोहर 87, सुंदरनगर 84, मंडी, हमीरपुर 82, भोरंज 75, बिजही 72, कसौली 65, नाहन, धर्मशाला 64, पंडोह, अघर और पच्छाद में 47, कुफरी 41, राजधानी शिमला में 39 मिलीमीटर वर्षा हुई
मौसम विभाग ने तीन दिन तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।