राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Dec 25 2019 11:37PM कृषि संस्थानों के लिए नए मानदंडों की पुन:समीक्षा की जाए : पुक्काअमृतसर, 25 दिसंबर (वार्ता) पंजाब अनएडेड कॉलेजेज एसोसिएशन (पुक्का) एवं पंजाब अनएडेड टेक्निकल इंस्टीट्यूशंस एसोसिएशन (पुटिया) ने पंजाब सरकार से कृषि पाठ्यक्रम चलाने वाले संस्थानों के लिए नए बने नियमों की दोबारा समीक्षा करने का आग्रह किया। पुक्का के अध्यक्ष डॉ. अंशु कटारिया ने बुधवार को कहा कि पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला, आईकेजी- पीटीयू, जालंधर, एमआरएस-पीटीयू, बठिंडा, जीएनडीयू, अमृतसर द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार पंजाब में लगभग सैंकड़ों कॉलेज पिछले कई वर्षों से कृषि पाठ्यक्रम चला रहे हैं इसलिए, नए मानदंड मौजूदा कॉलेजों पर लागू नहीं होने चाहिए। पुटिया के अध्यक्ष गुरमीत सिंह धालीवाल ने कहा कि एक नए निकाय ने एग्रीकल्चर कोर्स को चलाने के लिए भूमि मानदंडों को पांच एकड़ से 50 एकड़ करने का संशोधन किया है। धालीवाल ने सवाल किया कि क्या पंजाब जैसे लैण्ड लॉक राज्य में कोर्स चलाने के लिए कॉलेज को 45 एकड भूमि और खरीदनी पड़ेगी? उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में यह बहुत हास्यास्पद है कि पंजाब में असीम सीटों के साथ एक निजी विश्वविद्यालय खोलने के लिए सरकार ने भूमि की आवश्यकता को 35 एकड़ से 25 एकड़ तक कम कर दिया है, जबकि कृषि पाठ्यक्रम में 60 सीटों के लिए भूमि की आवश्यकता पांच एकड़ से बढ़ाकर 50 एकड़ कर दी है। सं, ठाकुर, शोभित वार्ता