राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Jan 12 2020 8:03PM सीएए देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा: उस्मान रहमानीजालंधर 12 जनवरी (वार्ता) पंजाब के नायब शाही इमाम मौलाना मोहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने रविवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा इस कानून से देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा है। जिससे देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे को नुकसान पहुंच सकता है। सीएए के विरोध में आज जालंधर की मस्जिद-ए-कुबा खांबड़ा में शहर की सभी मस्जिदों के सदस्यों ने मजहर आलम मजाहिरी की अगुवाई में विरोध प्रदर्शन किया और अतिरिक्त उपायुक्त जसवीर सिंह और पुलिस उपायुक्त (कानून एवं व्यवस्था) बलकार सिंह को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम एक ज्ञापन सौंपा। मौलाना रहमानी ने इस अवसर पर कहा कि इतिहास गवाह है कि भारत में कभी भी नफरत की राजनीति कामयाब नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि हमें इस बात पर कोई एतराज नहीं है कि विभिन्न धर्मों को मानने वालों को सीएए में राहत दी गई है मगर यह एतराज है कि मुसलमानों को ही क्यों निशाना बना कर बाहर रखा गया है। उन्होंने कहा कि हमने अपने देश की आजादी एकता और अखंडता के लिए कुर्बानियां दी हैं। हम अपने ही देश में अपने ऊपर किसी काले कानून को थोपने नहीं देंगे। मस्जिद-ए-कुबा प्रधान मजहर आलम मजाहिरी ने कहा कि यह देश सबका बराबर है और कोई भी ताकत मुसलमानों को दूसरे दर्जे का शहरी नागारिक नहीं बना सकती। उन्होंने कहा कि भारत धर्मनिरपेक्षता वाला देश है। पंजाब वक्फ बोर्ड के सदस्य और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कलीम आजाद ने कहा कि मोदी सरकार देश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगा रही है जबकि इस बारे पूरी दुनिया जान रही है कि इस यह कानून सिर्फ एक ही धर्म को निशाना बनाकर लाया गया है जो हमें कभी भी मंजूर नहीं। इस अवसर पर लुधियाना के वरिष्ठ अकाली नेता इरशाद प्रधान, हाजी तहसीन ,हाजी आलमगीर डरोली, मोहम्मद आलम, अली हुसैन सलमानी,शहजाद सलमानी, नदीम सलमानी, अब्दुल सत्तार ठेकेदार नकोदर , शमशाद ठेकेदार, एस.एस हसन, रजा ए मुस्तफा, कांग्रेस नेता अमजद अली खान, सहित अन्य मौजूद थे। ठाकुर, उप्रेतीवार्ता