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जींद में भारत बंद के दौरान 34 स्थानों पर राष्ट्रीय राजमार्ग जाम

जींद, 27 सितम्बर(वार्ता) कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर हरियाणा के जींद जिले में भारत बंद का व्यापक असर रहा। राष्ट्रीय और राज्य राजमार्ग पूरी तरह जाम रहे।
इस दौरान व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे तो दोपहर तक बाजार भी बंद रहे। किसान नेता लगातार बाजारों के चक्कर लगाते रहे। किसान और अन्य संगठनों ने जिले में 34 स्थानों पर राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों तथा स्थानीय सड़कों पर जाम लगाया। दिल्ली-भठिंडा रेलवे लाईन भी किसानों ने जाम रखी। जिले की अनाज मंडियां पूर्णतया बंद रहीं। यातायात व्यवस्था पूरी तरह ठप्प रही तो शिक्षण संस्थानों में भी सन्नाटा पसरा रहा।
भारत बंद के चलते जींद-रोहतक, जींद-पटियाला, जींद-कैथल, जींद-करनाल, जींद-सफीदों, असंध-पानीपत, जींद-हिसार, जींद-हिसार, जींद-बरवाला, नरवाना-टोहाना, जींद-गोहाना मार्ग 10 घंटे के लिए बाधित रहे। किसानों ने जाम स्थलों पर धरने जारी रखे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान काफी संख्या में वाहन सड़क मार्गों पर खड़े दिखाई दिये। वाहन चालकों तथा यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस बल अलर्ट पर रहा। शांतिपूर्ण ढंग से किसानों का विरोध संपन्न होने के बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली।
सोमवार सुबह छह बजे किसान सड़कों और रेल लाईन पर पहुंचना शुरु हो गए और इन्हें बाधित करना शुरु कर दिया। सुबह नौ बजे तक जिले में 34 स्थानों पर जाम लगाए जा चुके थे। इसके अलावा दिल्ली-भठिंडा रेलवे लाइन पर नरवाना पुल के नीचे किसानों ने जाम लगा दिया। रेलवे ट्रेक जाम होने के चलते छिंदवाडा एक्सप्रेस घसो रेलवे स्टेशन पर रोकनी पड़ी। इसमें लगभग 250 यात्री सवार थे। यात्रियों की परेशानी को देखते हुए ग्रामीणों ने उनके खाने पीने की व्यवस्था की।
किसानों के आंदोलन को देखते हुए पुलिसकर्मियों की तैनाती जाम स्थलों से दूर रही है। खुफिया विभाग के कर्मी मौके से पल-पल की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों तक पहुंचा रहे थे। किसानों के जाम को देखते हुए जिले में चार डीएसपी, 22 इंस्पेक्टर समेत 1200 पुलिस कर्मचारी तैनात किये गये थे। जबकि आईटीबीपी की एक कम्पनी भी तैनात की गई थी। पुलिस उप महानिरीक्षक एवं पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश नरवाल लगातार हालात पर नजर बनाए हुए थे।
आंदोलनकारी किसान राशन-पानी के साथ जाम स्थलों पर पहुंचे जहां चाय-पानी की व्यवस्था की गई थी। राजमार्गों पर किसानों के लिए लगाए गए भंडारे भी जारी रहे। जो लोग जाम के आह्वान के बाद भी वाहन लेकर सड़क पर निकले उन्हें किसानों ने समझाने का प्रयास किया। कुछ स्थानों पर राहगीरों के साथ आंदोलनकारियों की कहासुनी भी हुई। जाम के दौरान एम्बुलेंस और आपात सेवाओं को मुक्त रखा गया। सभी महत्वपूर्ण जाम स्थलों पर एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड तैनात किये गये थे।
भारत बंद के आह्वान को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से रोडवेज बसों का परिचलन रोक दिया गया था। 10 घंटे तक बस अड्डों पर पूरी तरह विरानगी छाई रही। शाम को चार बजे के बाद बसों का परिचलन बहाल कर दिया गया।
सं.रमेश1955वार्ता
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