चंडीगढ़, 14 अक्तूबर (वार्ता) पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज अंतरराज्यीय बासमती मूवमैंट पोर्टल डिजिटल तौर पर जारी किया ताकि अन्य राज्यों से धान-परमल की आमद को रोका जा सके ।
जिससे राज्य भर में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद कामों को नुकसान पहुंचा रहा है।
इस कदम का मकसद राज्य में बासमती की निर्विघ्न आवाजाही की अनुमति देना और बासमती शैलर वालों की पेश मुश्किलों को दूर करना है। इस पोर्टल पर राज्य में बासमती ट्रकों की जी.पी.एस आधारित आवाजाही देखी जा सकेगी। रूट से हट जाने की रियल टाईम मोनिटरिंग आसानी से की जा सकेगी और पोर्टल /ऐप पर यह जानकारी विलक्षण लॉगइन आईडी /पासवर्ड के द्वारा देखी जा सकेगी। अधिकारी मुहैया करवाए गए इस विशेष लॉगइन आईडी के साथ मिलों की जांच /निगरानी कर सकेंगे।
राज्य के शैलर और आढ़तिया ऐसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुये श्री चन्नी ने कहा कि पंजाब में कृषि प्रधान राज्य होने के कारण शैलर मालिकों और आढ़तियों की भूमिका बहुत अहम है । शैलर मालिकों और आढ़तियों को सरकार की तरफ से पूर्ण समर्थन और सहयोग का भरोसा देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि उनको उपज को बाज़ार में लाने से पहले नमी की निर्धारित सीमा की जांच और निर्धारित मापदण्डों की सख़्ती से पालना यकीनी बनानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि लेबर इंस्पेक्टरों की तरफ से शैलर मालिकों को अनावश्यक परेशानी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी। यदि कोई रिश्वत मांगता है तो तुरंत मुझे इसकी जानकारी दी जाये।
मुख्यमंत्री ने एसोसिएशन के सोलर ऊर्जा के प्रयोग के प्रस्ताव को मंजूरी देने के अलावा उनकी अन्य माँगों पर विचार करने का भी भरोसा दिया।
इस मौके पर ख़ाद्य, सिविल सप्लाई और उपभोक्ता मामले के मंत्री भारत भूषण आशु, कृषि और किसान कल्याण मंत्री रणदीप सिंह नाभा, परिवहन मंत्री अमरिन्दर सिंह राजा वड़िंग, मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवाड़ी, एमडी पीएसपीसीएल ए.वेनू प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव हुसन लाल, मुख्यमंत्री के विशेष प्रमुख सचिव राहुल तिवाड़ी, ख़ाद्य, सिविल सप्लाई और उपभोक्ता मामलों के सचिव गुरकीरत किरपाल सिंह और पंजाब मंडी बोर्ड के सचिव रवि भगत मौजूद थे।
शर्मा
वार्ता