Saturday, Apr 27 2024 | Time 06:56 Hrs(IST)
image
राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचल


पंजाब की नदियों का पानी दूषित होने से बचाने के लिये कारगर कदम उठाये सरकार :शिअद

चंडीगढ़, 20 मई (वार्ता) शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब की नदियों के पानी के बड़े पैमाने पर दूषित होने पर चिंता जताते हुये भगवंत मान सरकार से तुरंत इसके समाधान की अपील की हैै।
श्री बादल ने आज यहां जारी बयान में कहा कि हरिके हेडवर्क्स से फिरोजपुर फीडर नहर में गहरे काले रंग के प्रदूषित पानी को छोड़ने की व्यापक रिपोर्टों से जिले के लोगों में डर पैदा कर दिया है। उन्हें उनके इलाके के लोगों ने संपर्क किया है, जिन्हें डर है कि यह प्रदूषित पानी न केवल उनकी खेती की उपज पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। प्रदूषित पानी का प्रभाव विशेष तौर पर फिरोजपुर ,फरीदकोट और मुक्तसर तक पड़ रहा है। इससे होने वाली बीमारियों के अलावा प्रदूषित पानी जमीन को भी दूषित करेगा। कुछ लोग नहर के पानी का उपयोग पीने के लिए करते हैं, जो अब बेहद खतरनाक है।
उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि पिछले कुछ दिनों से हरिके हेडवर्क्स,जहां सतलुज और ब्यास दरिया का पानी मिलता हैं, के पानी के प्रदूषित होने की शिकायतों के बावजूद नदियों में प्रदूषण को छोड़ने से रोकने के लिए कोई कार्रवाई नही की गई है। लुधियाना में बुडडा नाले में बड़े पैमाने पर उद्योगों के कचरे को बहाया जा रहा है, जो हरिके में सतलुज और ब्यास के पानी से मिलता है। सरकार जमालपुर ट्रीटमेंट प्रोजेक्ट पर काम पूरा करने में कोई जल्दबाजी नहीं कर रही है, जिससे घरेलू सीवेज वेस्ट के प्रदूषण से निपटने मे मदद मिलने की उम्मीद है। इसी तरह डेयरी कचरे को भी नदी में बहने की अनुमति दी जा रही है, जिसके परिणामस्वरूप बहुत ज्यादा प्रदूषण बढ़ रहा है।
उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से इस दिशा में ठाेस कदम उठाने की अपील करते हुए कहा कि यह बेहद निदंनीय है कि विभिन्न राज्य सरकारें इस संवेदनशील मुददे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने का खेल खेल रही हैं जबकि जल संसाधन विभाग ने लोगों से पीने के लिए इस पानी का उपयोग करने के लिए सलाह जारी की है, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जो नदी के पानी में औद्योगिक प्रदूषकों के जाने की जांच के लिए जिम्मेदार है, ने दावा किया है कि पानी ट्रीटमेंट के बाद पीने के योग्य है।
श्री बादल ने आम आदमी पार्टी की सरकार से राज्य के नदियों के सिस्टम को साफ करने के लिए एक पॉलिसी लाने के लिए कहा क्योंकि इस मुददे पर पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के उदासीन रवैये ने प्रदूषण को बढ़ावा ही दिया है।
उन्होंने कहा, “ हमने देखा है कि कैसे प्रदूषित जमीन के कारण मालवा क्षेत्र में कैंसर की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। हमें युद्ध स्तर पर इस मुददे से निपटना चाहिए। ”
शर्मा.श्रवण
वार्ता
image