राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: May 1 2023 10:00PM भारतीय सेना की सशस्त्र कोर का 85वां स्थापना दिवस मनाया गयाजालंधर 01 मई (वार्ता) जालंधर स्थित वज्र कोर ने सोमवार को भारतीय सेना की एलीट आर्म्ड कोर का 85वां स्थापना दिवस मनाया।वज्र कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र शर्मा ने वज्र शौर्य स्थल पर सभी पूर्व सैनिकों और सेवारत अधिकारियों की ओर से पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर, उन्होंने कोर के सभी सेवानिवृत्त और सेवानिवृत्त कर्मियों को शुभकामनाएं दीं और कर्तव्य के प्रति निस्वार्थ समर्पण और समर्पण के लिए उनकी सराहना की।चौछह अप्रैल, 1938 को रावलपिंडी (अब पाकिस्तान में) में मशीनीकृत होने वाली पहली रेजिमेंट सिंदे हार्स ने आखिरी बार अपने घोड़ों की परेड की थी। उन्होंने आने वाले हफ्तों में अपने माउंट 'द शेवरले आर्मर्ड कार्स' और 'विकर्स लाइट टैंक' को इकट्ठा किया और 01 मई 1938 को अपना रूपांतरण प्रशिक्षण शुरू किया। इस प्रकार बख्तरबंद वाहनों का एक नया युग शुरू हुआ और इस अवसर को आज तक सशस्त्र कोर दिवस के रूप में मनाया जाता है।जोड़े जाने वाले पहले उपकरण शेवरलेट बख़्तरबंद कारें और विकर्स लाइट टैंक थे। पिछले 85 वर्षों में, भारतीय बख्तरबंद कोर ने एक लंबा सफर तय किया है और वर्तमान में टी-72 अजेय, टी-90 भीष्म और एमबीटी अर्जुन टैंकों के बेड़े से लैस है।चुनौतीपूर्ण बाधाओं का सामना करने का साहस सशस्त्र कोर की स्थायी गाथा रही है और सशस्त्र कोर द्वारा युद्ध के मैदान में अपनी व्यावसायिकता और बहादुरी के माध्यम से बार-बार इसका अनुकरण किया जाता है। इसके गवाह दो विक्टोरिया क्रॉस, दो परमवीर चक्र, 16 महावीर चक्र और 60 वीर चक्र इसके कर्मियों को दिए गए और कई थिएटर और युद्ध सम्मान इसकी इकाइयों को दिए गए। ठाकुर.संजयवार्ता