राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Nov 15 2018 3:03PM उत्तर प्रदेश सैलानी दुधवा दो लखीमपुर खीरीदुधवा नेशनल पार्क के बाहर भी काफी देखने लायक चीजें हैं। यहां एक मंडूक यानी मेंढक का मंदिर है, जिसे ओयल के राजाओं ने बनवाया था। इस मंदिर का बेस एक मेंढ़क की शेप में बना हुआ है। करीब 200 साल पुराना यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यहां दीपावली का त्योहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। दुधवा रिजर्व पार्क 15 नवंबर से 15 जून तक खुलता है। पार्क में सर्दियों में यहां सुबह सात बजे से दस बजे तथा शाम को तीन बजे से छह बजे इसमें प्रवेश का समय है। गर्मियों में इस टाइगर रिजर्व में जाने का समय सुबह छह से नौ बजे तक है, जबकि शाम को चार से सात बजे तक का है। इस बार दुधवा आने वाले सैलानियों के लिए बाकी चीजों के अलावा सबसे खास सौगात यहां हर दिन दिखाई जाने वाली वह फिल्म होगी जिसको दुधवा नेशनल पार्क तथा कतर्निया घाट के घने जंगलों में फिल्माया गया है। वहीं दूसरी ओर कर्नाटक से खास प्रशिक्षण देकर मंगवाए गए हाथियों की सवारी भी सैलानियों को राइनो परिक्षेत्र का भ्रमण कराएगी। थारू हट में रात बिताने और करीब 550 प्रजातियों के पक्षियों का कलरव सुनने का रोमांचकारी अनुभव देने के लिए दुधवा के द्वार गुरुवार को खोल दिया गया है।सं भंडारीजारी वार्ता