राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Feb 1 2019 11:54AM कुंभ संस्कृति आकर्षण दो अंतिम कुंभनगरकलाग्राम परिसर में मंचीय कलाकारों ने लोक एवं जनजातीय धुनों से गुलजार बना रखा है। वे अपने लोक एवं जनजातीय नृत्य की प्रस्तुतियों से कलाग्राम परिसर में उपस्थित समस्त दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। श्रद्धालुओं के साथ टेन्ट सिटी में ठहरे सैलानियों ने कलाग्राम में चल रहे विविध सांस्कृतिक गतिविधियों को देखा और भारत की माटी के रंगों को देख प्रफुल्लित हुए। उन्हें प्रयागराज में देश भर से आये हस्तशिल्प जहाँ देखने को मिले वहीं देश के विभिन्न प्रान्तों से आये विभिन्न व्यंजन चखने का भी सुअवसर प्राप्त हुआ । कलाग्राम स्थित दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर के पवेलियन में मध्य प्रदेश के शिल्पकार अजीज़ अलअन्सारी की विश्व प्रसिद्ध चन्देरी साड़ियों को खरीदने की होड़ मची रही। सांस्कृतिक केंद्र में मध्य प्रदेश का गणगौर लोक नृत्य, छत्तीसगढ़ का पंडवानी गायन सोमप्रिया पूजा एवं दल द्वारा, आंध्र प्रदेश का बोनालु लोक नृत्य आर०डी० विश्वकर्मा एवं दल द्वारा, कर्नाटक का ढोल्लू कुनीथा लोक नृत्य रवि कुमार एवं दल द्वारा और महाराष्ट्र का भारुड़ लोक नृत्य निरंजन भाकरे द्वारा प्रस्तुत किया गया। दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर के निदेशक डॉ दीपक किरवाड़कर ने बताया कि “माँ गंगा की रेती पर आयोजित हो रहा यह सांस्कृतिक कुम्भ कहीं न कहीं मन में एक अलौकिक छवि उभर कर आती है। सभी कलाकार इस दिव्य और भव्य कुम्भ में प्रतिभाग कर काफी उत्साहित हैं और हम सभी के साथ वो भी संगम में डुबकी लगा कर आनंदित और प्रफुल्लित महसूस कर रहे हैं। ”सं प्रदीपवार्ता