राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Feb 8 2019 10:42PM उत्तर प्रदेश-शराब निर्देश दो लखनऊश्री पाण्डेय ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने-अपने जिलों में प्रशासन, पुलिस एवं आबकारी की संयुक्त टीम बनाएं। उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारी अपने अधीनस्थ अपर जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक अपने अधीन तैनात अपर पुलिस अधीक्षकों तथा आबकारी विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीमें तत्काल गठित करते हुए शुक्रवार रात से ही छापामारी अभियान शुरू कर दें। समस्त मण्डलायुक्त अपने-अपने मण्डल में इस अभियान का प्रभावी अनुश्रवण करें। मण्डल स्तर पर तैनात उप आबकारी आयुक्त अपने क्षेत्र के समस्त जिलों का सघन भ्रमण करें। उन्होंने कहा कि सभी जिलों से अभियान की दैनिक रिपोर्ट प्रमुख सचिव आबकारी को उपलब्ध कराई जाए तथा इसकी एक-एक प्रति मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक को भी प्रेषित की जाए। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि किसी जिले में आबकारी विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी किसी अन्य कार्य में लगाई गई हो, तो अभियान के दृष्टिगत इन अधिकारियों को उक्त ड्यूटी से तत्काल मुक्त किया जाए। संयुक्त अभियान के दौरान राजमार्गाें पर स्थित संदिग्ध ढाबों, जहां अल्कोहल टैंकर प्रायः रुकते हैं, की सघन एवं आकस्मिक जांच कराई जाए। अन्य राज्यों की सीमा से सटे प्रदेश के जिलों में सघन चेकिंग की जाए। उन्होंने अवैध मदिरा के बनाने तथा वितरण कार्य में लगे माफियाओं की सूची अद्यतन करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने अवैध मदिरा की बिक्री के संदिग्ध स्थानों की सूची भी अद्यतन करते हुए छापेमारी करने के निर्देश दिए हैं। सभी आबकारी दुकानों का निरीक्षण चेक लिस्ट के अनुसार करने के निर्देश देते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि इसकी भी जांच की जाए कि इन दुकानों से अवैध मदिरा की बिक्री तो नहीं की जा रही है। उन्होंने मिथाइल अल्कोहल, डिनेचर्ड स्प्रिट के लाइसेंसधारी विक्रेताओं का भी सघन निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पेंट, थिनर, वाॅर्निश की दुकानों से थिनर का नमूना लेकर उनकी भी जांच कराई जाए, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इनमें मिथाइल अल्कोहल मौजूद है या नहीं। उन्होंने अवैध अड्डों से बिकने वाली शराब के जहरीले होने के सम्बन्ध में व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने मण्डलायुक्तों को, आबकारी विभाग के मण्डल स्तर पर तैनात प्रवर्तन एवं एसएसएफ अधिकारी जो उप आबकारी आयुक्त के अधीन होते हैं, प्रवर्तन कार्य के लिए उपयोग करने के भी निर्देश दिए।त्यागीजारी वार्ता